SANDEEP SINGH : पटना व्यवहार न्यायालय की एक अदालत ने चेक बाउंस के मामले में जदयू विधायक बीमा भारती के खिलाफ उनकी उपस्थिति के लिए गैर जमानतीय वारंट जारी किया है. इस मामले में बीमा भारती आने वाले दिनों में गिरफ्तार हो सकती है. वहीं प्रथम श्रेणी की न्यायिक दंडाधिकारी श्वेता चौधरी की अदालत ने पूर्व में जारी किए गए जमानतीय वारंट के बावजूद न्यायालय में हाजिर नहीं होने के कारण श्रीमती भारती की उपस्थिति के लिए गिरफ्तारी का गैर जमानतीय वारंट जारी किया है. साथ ही उनकी उपस्थिति के लिए 15 मार्च 2023 की अगली तिथि निश्चित की है.
बतातें चलें कि बीमा भारती पिछले कुछ समय लगातार विवादों में है. पिछले साल अगस्त 2022 में जब बिहार में नीतीश कुमार ने महागठबंधन वाली सरकार बनाई तो उसके बाद बीमा भारती और नीतीश सरकार में मंत्री लेसी सिंह का विवाद सामने आया. बीमा भारती ने लेसी सिंह पर हत्याओं और जबरन वसूली में शामिल रहने का आरोप लगाया था. इसके बाद लेसी सिंह ने बीमा भारती को 5 करोड़ रुपए मानहानि का नोटिस भेजा था. बीमा भारती ने लेसी सिंह को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की थी. लेकिन नीतीश कुमार ने उनकी इस मांग को सिरे से ख़ारिज कर दिया था. अब चेक बाउंस मामले में फिर से बीमा भारती नई मुसीबत में फंसी हैं. उन्हें इस मामले में गिफ्तार भी किया जा सकता है.
जबकि पूर्णिया जिले की रुपौली विधानसभा बीमा भारती विधायक हैं. वह बाहुबली अवधेश मंडल की पत्नी है. रुपौली में अवधेश मंडल लगातार अपने बाहुबल का इस्तेमाल करते रहे हैं. बीमा भारती इस सीट से पांच बार विधायक बन चुकी हैं. दो बार नीतीश सरकार में उन्हें मंत्री भी बनाया जा चुका है. साल 2000 में ही बीमा भारती के भी राजनीतिक करियर की शुरुआत हुई थी. वो रुपौली विधानसभा से निर्दल विधायक के रूप में चुनी गई थीं.
बाद में राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हो गई थीं. 2005 में उन्हें लोक जनशक्ति पार्टी के शंकर सिंह ने चुनाव हरा दिया था जो उनके पति के प्रतिद्वंद्वी भी थे. लेकिन उसी साल अक्टूबर में हुए चुनाव में बीमा के पास यह सीट दोबारा लौट आई. फिर उन्होंने आरजेडी का साथ छोड़ दिया और 2010 का चुनाव जेडीयू के टिकट पर जीता. इसके बाद से ये लगातार विधायक हैं.