DESK : माफिया अतीक अहमद की हत्या अभी पूरे देश के सुर्खियों में है. इसको लेकर योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर हैं. वहीं, इस पर खूब बयानबाजी भी हो रही है. बिहार बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने रविवार को कहा कि यह घटना दुखद है. अतीक अहमद मामले में जांच चल रही थी. पाकिस्तानी हथियार की बात सामने आ रही थी. पुलिस को अभी तक पाकिस्तानी हथियार नहीं मिले हैं तो हो सकता है पाकिस्तानी साजिश में इस घटना को अंजाम दिया गया हो, जिससे पाकिस्तानी हथियार पुलिस को नहीं मिल सके.
बता दें कि रिमांड कॉपी में अतीक अहमद ने कई खुलासे किए थे. अतीक अहमद ने माना था कि वह पाकिस्तान से हथियारों की खेंप मंगवाता था. उसने ये भी कबूला था कि उसके पास हथियारों की कोई कमी नहीं है और पाकिस्तान से ड्रोन के जरिये गिराए जाने वाले हथियारों को वह खरीदता रहा. चार्जशीट के मुताबिक, अतीक अहमद ने कबूल किया था कि वह पैसा, हथियार और कारतूस बरामद करवा सकता है, बशर्ते उसे उन ठिकानों पर ले जाया जाए.
बता दें कि शनिवार (15 अप्रैल) देर रात अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मेडिकल टेस्ट के लिए ले जाया जा रहा था, तब उन पर हमला हुआ. कथित तौर पर कुछ बाइक सवार लोगों ने अतीक और अशरफ पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, जिसके चलते दोनों की मौत हो गई. इस घटना के बाद पुलिस की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं. वहीं, इस घटना पर जमकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है.