स्टेट डेस्क/पटना : निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के जाल में फंसे दो इंजीनियरों को शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। ब्यूरो की टीम ने दोनों को दो लाख रुपये की रिश्वत लेते गुरुवार, 20 अप्रैल को दरभंगा में रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। ब्यूरो के डीजी अलोक राज ने यह जानकारी दी है।
बताया गया है कि बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड के अधीन दरभंगा प्रमंडल में तैनात कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार और सहायक अभियंता अनिल कुमार जायसवाल ने एक ठेकेदार का बाल भुगतान करने के लिए दो लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी।
पटना के गोलारोड निवासी राजेश कुमार ने ब्यूरो को शिकायत की थी कि संजीव कुमार और अनिल कुमार जायसवाल बिल भुगतान करने के लिए दो लाख की रिश्वत मांग रहे हैं। यह बिल ललितनारायण मिथिला यूनिवर्सिटी के विभिन्न भवनों में मरम्मती का था।
विगत 6 अप्रैल, 2023 को मिली शिकायत का सत्यापन कराने के बाद ब्यूरो ने एफआइआर (18/2023 दिनांक 19.4.23 ) दर्ज किया। डीएसपी समीरचंद झा के नेतृत्व गठित छापेमारी टीम ने दोनों अभियंताओं को दरभंगा के करमगंज मुहल्ले में स्थित दफ्तर से ऱगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।