Patna, Beforeprint : राजधानी पटना में फिर से बुलडोजर गरजने वाला है। इस बार बारी राजीव नगर की नहीं बल्कि नेहरू नगर और उससे सटे इलाकों की है। दरअसल इस इलाके में सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा कर लोगों ने घर बना रखे हैं। अब सरकार इसी जमीन की वापसी की प्रक्रिया में जुट गई है। सोमवार को अवैध निर्माण हटाने के लिए सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पटना नगर निगम और अंचल की टीम ने इस इलाके का जायजा लिया। मंगलवार को जिन घरों को गिराया जाना है उन पर मार्ककिंग शुरू कर दी जाएगी। इसके बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
अफसरों के मुताबिक पाटलिपुत्र थाना और वन विभाग कार्यालय के बीच रोड के उत्तर तरफ पानी टंकी है, यहां सरकारी जमीन पर डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। इसमें पक्के मकान, खटाल और अन्य तरह का अवैध निर्माण शामिल है। सोमवार को अधिकारियों ने इस इलाके का निरीक्षण किया। आज से अवैध निर्माण करने वाले लोगों को रेड मार्किंग की जाएगी। इस प्रक्रिया के पूरी होने के बाद बुलडोजर से अवैध निर्माण ध्वस्त किया जाएगा।
नेहरू नगर के अलावा राजापुर पुल और बांस घाट के बीच भी अवैध निर्माण पर सरकार की नजरें टेढ़ी हैं। इस जमीन पर पिछले चार दशकों से अतिक्रमण है। पिछले दिनों नाप कराई गई और इस दौरान अवैध निर्माण वालों की पहचान की गई है। यहां 90 अवैध निर्माण पाए गए हैं, इनको भी हटाया जाना है। आपको बता दें कि जिला परिषद की जमीन पर राजापुर पुल से बांस घाट के बीच पहलवान घाट, दुजरा मोहल्ला शामिल है। अशोक राजपथ से 25 फीट उत्तर पटना सुरक्षा बांध के अंदर काफी बड़ी तादाद में अतिक्रमण मिला है।