DESK : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज राजभवन में संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुये। इस अवसर पर कार्यक्रम को राज्यपाल फागू चौहान एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संबोधित किया। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल महोदय का इस कार्यक्रम के आयोजन के लिये अभिनंदन करता हूॅ। 26 नवंबर को आज के दिन इस आयोजित कार्यक्रम में हम सभी को बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान को अपनाया गया था और 26 जनवरी 1950 को इसे लागू किया गया था।
वर्ष 1930 से ही 26 जनवरी का विशेष महत्व है। आजादी की लड़ाई के लिये उस दिन विषेष काम हुये थे। 26 नवंबर 1949 को संविधान बनकर तैयार हो गया था लेकिन उस समय की सरकार ने 26 जनवरी को ही इसे लागू करने के बारे में विचार किया और 26 जनवरी 1950 से इसे लागू किया गया। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 26 नवंबर का मेरे लिये विषेष महत्व है।
पहली बार 26 नवंबर 2005 को हमने मुख्यमंत्री की शपथ ली थी। वर्ष 2011 से 26 नवंबर को मद्य निषेध दिवस के रूप में अपने राज्य में मनाते हैं। 26 नवंबर 2016 से इसे नशामुक्ति दिवस के रूप में मनाया जाता है। कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका लोकतंत्र के तीन मुख्य स्तंभ हैं। आज के इस कार्यक्रम में सभी उपस्थित हैं। बापू ने कहा था कि शराब बुरी चीज है। मद्य निषेध को लेकर राज्य के नीति निर्देशक तत्व में भी इसकी चर्चा है।
आज के इस अवसर पर मैं आप सबको शुभकामनायें देता हूॅ और राज्यपाल महोदय को इस विशेष कार्यक्रम के लिये बधाई देता हूॅ। आप सबकी उपस्थिति के लिये अभिनंदन करता हूॅ।
इस अवसर पर बिहार विधानसभा के अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, विधि मंत्री शमीम अहमद, पटना उच्च न्यायालय के न्यायमूर्तिगण, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी उपस्थित थे।