स्टेट डेस्क/पटना : लोजपा रामविलास LJP-R के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा है कि सरकार तत्काल किसान आयोग का गठन करे ताकि किसानों की समस्याओं का त्वरित निदान हो सके। राज्य की 70 फीसदी आबादी आज भी कृषि पर पूरी तरह आश्रित है। पिछले 32 वर्षों के शासनकाल में मौजूदा सरकार किसानों की सुधि नही ले सकी।
सरकारी उदासीनता के कारण बिहार में किसान और कृषि व्यवस्था पूरी तरह बेहाल हो चुकी है। प्रदेश में सिंचाई की मुकम्मल व्यवस्था का घोर अभाव है। उतम बीज और खाद की कालाबाजारी सत्ता के संरक्षण में धड़ल्ले से जारी है। वे शनिवार को किसान पंचायत सह कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
रवीन्द्र भवन में पार्टी के किसान प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने भी संबोधित किया। उन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया। मौके पर पार्टी के संस्थापक पद्म भूषण स्व रामविलास पासवान के तैलचित्र पर पार्टी के नेताओं ने पुष्पाजंली अर्पित की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र ठाकुर ने की। इस मौके पर पार्टी के विजन डॉक्यूमेंट बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट में शामिल करने हेतु सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया। प्रस्ताव में किसान आयोग का गठन, कृषि को उधोग का दर्जा दिलाना, बिहार में पैक्स और व्यापार मंडल के साथ-साथ मंडी समिति बहाल करना, किसानों को सिंचाई की बिजली मुफ्त देने, किसानों का कर्ज माफ करने, ब्याज रहित कर्ज की व्यवस्था, जगह-जगह चेक डैम का निर्माण, किसानों को एमएसपी की गारंटी दिलाना, नदियों को नदी से जोड़ना, मनरेगा के तहत किसानों को काम की गारंटी करना शामिल है।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेश भट्ट ने बताया कि इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डा सत्यानन्द शर्मा, किसान प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेन्द्र मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी, राष्ट्रीय महासचिव धर्मेन्द्र द्विवेदी, इन्दु कश्यप, अनिल कुमार पासवान, प्रधान महासचिव संजय पासवान, हुलास पाण्डेय, प्रदेश उपाध्यक्ष संजय सिंह, वैशाली राजगुरू, छत्तीसगढ़ किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रामकुमार सिंह, भरत सोनी, राजस्थान किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अशोक पार्रिकर ने कार्यक्रम को संबोधित किया।
जबकि मौके पर डॉ अजय, विनीता सिंह, यशोदा सहनी, रामप्रवेश यादव, जिलाध्यक्ष अखिलेष सिंह, चंदन यादव, कुन्दन पासवान, ओम प्रकाश भारती समेत पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।