Desk : राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद के बयान के बाद उठे सियासी तूफान पर तेजस्वी ने सामने आकर डैमेज कंट्रोल की कोशिश तो की लेकिन राजद के नेता लगातार हवा बना रहे हैं। इस बीच आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद सामने आये और महज इतना बोलकर गाड़ी में बैठ कन्नी काट गए कि-‘काहे चिंता किये हैं’। आज जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जगदानंद और तेजस्वी के डैमेज कंट्रोल को लेकर मीडिया ने सवाल पूछा कि आखिर ये 2023 वाली बात उठी कहां से। आखिर ये बात कहां से आई। इस पर सीएम नीतीश कुमार ने सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने बस इतना कहा कि क्यों चिंता किए हुए हैं….यह कहकर वो गाड़ी में बैठकर चले गए।
विदित हो कि राजद के राज्य अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा था कि अगले वर्ष 2023 में तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री होंगे और नीतीश कुमार दिल्ली में राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय हो जायेंगे। इसके बाद बिहार में राजद और जदयू के बीच सियासी बखेड़ा खड़ा हो गया।
मीडिया ने जब नीतीश के क्षत्रपों से जगदानंद के बयान पर सवाल किया तो सभी सकते में आ गए। इसके बाद तेजस्वी यादव ने डैमेज कंट्रोल की कोशिश करते हुए साफ किया कि उन्हें कोई लालसा नहीं है और कोई हड़बड़ी नहीं है। बिहार में काम करना है और सरकार अच्छे से चल रही है।
वहीं जगदानंद के बयान के बाद जहां भाजपा नीतीश कुमार और जदयू का मजाक उड़ा रही है वहीं आरजेडी के नेता और विधायक भी सीएम के रूप में तेजस्वी के सपोर्ट में खुलकर सामने आ गए हैं। बीजेपी ने तो यहां तक कह दिया कि जदयू की लाचारी है। उसे मजबूरन राजद के साथ सीएम पद को लेकर कोई डील करनी पड़ी है।
दूसरी ओर राजद विधायक रीतलाल यादव ने तो कह दिया कि नीतीश कुमार दिल्ली जाएंगे तो वो जो छोड़कर जाएंगे उसके वारिस तेजस्वी यादव ही होंगे। वहीं आरजेडी के वरिष्ठ नेता भाई वीरेंद्र ने कहा बिहार में नौजवानों की संख्या ज्यादा है और सबके पसंदीदा तेजस्वी यादव हैं। भविष्य के मुख्यमंत्री भी तेजस्वी यादव ही हैं। बस समय का इंतजार है।