-वित्त मंत्री व जदयू नेता विजय कुमार चौधरी ने कारवाई का दिया आश्वासन, माफी मांगने भर से काम नहीं चलेगा!
State Desk : भाकपा-माले, ऐपवा व आइसा नेताओं ने महिला एवं बाल विकास निगम की एमडी हरजोत कौर के घोर आपत्तिजनक वक्तव्य की कड़ी निंदा करते हुए उन्हें उनके पद व उक्त विभाग से हटाने की मांग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की है. संवाददाता सम्मेलन को भाकपा-माले विधायक दल के नेता महबूब आलम, ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी, पालीगंज विधायक व आइसा के महासचिव संदीप सौरभ, ऐपवा की राज्य सचिव शशि यादव और आइसा के राज्य अध्यक्ष विकास यादव ने संबोधित किया.
पटना में शुक्रवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उक्त संगठन के नेताओं ने कहा कि हरजोत कौर का वक्तव्य एक प्रशासनिक अधिकारी का नहीं बल्कि भाजपा की प्रवक्ता की तरह था. भाजपा और आरएसएस के नेताओं की तरह हरजोत कौर को भी लगता है कि गरीबों को ‘मुफ्तखोरी की आदत’ है.
भाजपा के लोग हर सवाल उठाने वाले को पाकिस्तान भेजने की धमकी देते हैं और बिहार की एक प्रशासनिक अधिकारी भी आज उसी भाषा में बात कर रही हैं. ऐसे अधिकारियों के भरोसे न तो ‘सशक्त बेटी समृद्ध बिहार’ बनेगा न ही सभी लड़कियों को स्कूल तक पहुंचाने का संकल्प पूरा हो सकता है. इसलिए ऐसे अधिकारी के खिलाफ सख्त कारवाई जरूरी है.
इस मामले में वित्त मंत्री व जदयू नेता विजय कुमार चौधरी से टेलीफोनिक वार्ता हुई है. उनसे कहा गया कि माफी मांगने भर से काम नहीं चलेगा, यह खानापूर्ति है. हरजोत कौर कहीं से भी महिला एवं बाल विकास निगम के अध्यक्ष पद पर बने रहने के लायक नहीं हैं. इसलिए उन्हें तत्काल पद व उक्त विभाग से भी हटाना चाहिए.
नेताओं ने कहा कि गरीब परिवार की बच्चियों के प्रति अधिकारी का ऐसा बर्ताव महज संवेदनहीनता नहीं है बल्कि गरीबों के प्रति उनके भीतर का घृणा भाव है जो कार्यक्रम में प्रकट हुआ था. इसलिए छात्राओं के लिए शौचालय और उसमें दरवाजे की बात (जो किसी भी मनुष्य की गरिमा के लिए जरूरी है) इन्हें बड़ी मांग लगती है, मुफ्त सैनिटरी पैड मुहैया कराने की मांग गैरवाजिब लगती है.
कार्यशाला में जब एक स्कूल की छात्रा ने स्कूल में लड़कियो के शौचालय का दरवाजा टूटे होने की शिकायत की जिसके कारण उस शौचालय में कई बार लड़के घुस जाते हैं तो हरजोत कौर ने उससे पूछा ‘तुम्हारे घर में अलग-अलग शौचालय है?’ एक छात्रा ने सैनिटरी पैड की बात की तो एमडी महोदया ने कहा कि ‘फिर तो जींस पैंट, सुंदर जूते की मांग भी होगी और परिवार नियोजन के लिए निरोध भी सरकार को ही मुफ्त में देना होगा’! जब छात्राओं ने सरकार के कर्तव्य पर कुछ तर्क करना चाहा तो उन्होंने ‘पाकिस्तान चली जाओ’ तक कह डाला!
हम बिहार सरकार से मांग करते हैं कि तत्काल उक्त अधिकारी को महिला विकास निगम के एमडी पद से हटाने के साथ-साथ, बिहार के सभी स्कूलों की जांच कर वहां छात्राओं के लिए अलग से नल जलयुक्त शौचालय बनवाने और सभी विद्यालयों में छात्राओं को मुफ्त सैनिटरी पैड उपलब्ध कराने का काम किया जाए.