DESK : लोजपा रामविलास के अंदर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा. प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी की कार्यशैली से एक गुट में भारी नाराजगी है. नाराजगी ऐसी है कि अपरोक्ष तौर पर कई नेता बोल भी रहे हैं. खासकर राजपूत बिरादरी से आने वाले नेताओं में प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी को लेकर भारी आक्रोश है। हाल में लोजपा रामविलास की तरफ से महाराणा प्रताप की पुण्य तिथि मनाने पर रोक ने आग में घी का काम किया है. इस बिरादरी से जुड़े नेताओँ ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष ने फरमान जारी किया कि महाराणा प्रताप की पुण्य तिथि पार्टी कार्यालय में नहीं मनाई जायेगी. लोजपा रामविलास के अंदर एक बार फिर से बहुत कुछ ठीक नहीं है. इस बार नाराजगी चिराग पासवान से नहीं बल्कि प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी को लेकर है.
कहा जा रहा है कि राजू तिवारी मनमानी कर रहे हैं, राजपूत समाज के नेताओं को ठिकाने लगाने पर तूले हैं. कई राजपूत नेताओं ने अपरोक्ष तौर पर कहा कि हमेलोगों का दल के अंदर कोई वजूद नहीं. कहा जा रहा कि आपका समाज लोजपा का वोटर नहीं है. लोजपा को ब्राह्मण समाज वोट करता है. हाल के दिनों महाराणा प्रताप की पुण्य तिथि मनाने पर रोक इसका एक उदाहरण है. राजपूत नेताओं ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के स्तर से कहा गया कि पार्टी कार्यालय में महाराणा प्रताप की पुण्य तिथि नहीं मनाई जायेगी.
इसके अलावे कई ऐसे मौके पर प्रदेश अध्यक्ष ने मनमानी की है. राजपूत समाज से आने वाले नेताओं को टारगेट किया जा रहा है. प्रदेश अध्यक्ष की तरफ से जानबूझ कर नोटिस जारी कर प्रताड़ित किया जा रहा. इऩ नेताओं ने बताया कि समय का इंतजार है. इधऱ, लोजपा रामविलास के पूर्व प्रवक्ता कृष्णा सिंह ने तो खुलकर प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. पूर्व प्रवक्ता ने कहा है कि मुझे पार्टी से निकाला गया. जिस पार्टी को देश के दूसरे अंबेडकर कहे जाने वाले स्वर्गीय रामविलास पासवान ने बनाया ,उस पार्टी के संविधान को मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने तार-तार कर दिया. राजू तिवारी ने कई लोगों के साथ फर्जीवाड़ा किया है.
मसलन पार्टी का संविधान उनको 8 से ज्यादा प्रदेश उपाध्यक्ष बनाने की इजाजत नहीं देता, और उन्होंने 24 बना दिए तो जाहिर है 16 लोगों के साथ फर्जीवाड़ा हुआ. इसी सब तरह कई और घपले घोटाले राजू तिवारी ने पार्टी के साथ किए हैं. जिस व्यक्ति के हाथों में पार्टी की प्रदेश की कमान हो वह व्यक्ति जाकर रात के अंधेरे में पशुपति पारस से मिलता है, जिन्होंने हमारी पार्टी को तोड़ा. हमारे पिता तुल्य रामविलास पासवान की आत्मा को चोटिल किया. अंदाजा लगाइए हमारे नेता चिराग पासवान के साथ कितनी बड़ी साजिश रची जा रही है.