स्टेट डेस्क/पटना: राज्य सरकार ने आइपीएस अफसर चंदन कुशवाहा और मिथिलेश कुमार को आरोपमुक कर दिया है। जांच आयुक्त , 2010 बैच के कुशवाहा और 2012 बैच के कुमार के खिलाफ अलग-अलग मामले में जांच कर रहे थे। दोनों के खिलाफ हाइकोर्ट ने जांच का आदेश दे रखा था।
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कुशवाहा इन दिनों होमगार्ड में कमांडेंट हैं। गृह विभाग ने दोनों को आरोपमुक किये जाने की अधिसूचना जारी कर दी है।मालूम हो कि चंदन कुशवाहा के खिलाफ गया का सिटी एसपी रहते एक मामले की जांच में शिथिलता बरतने के आरोप लगे थे। जिसमें हाइकोर्ट ने सरकार को जांच कराने का आदेश दिया था। जबकि मिथिलेश कुमार के खिलाफ एसवीयू की छापेमारी के दौरान भ्रष्टाचार के साक्ष्य मिले थे।
एसवीयू ने छपरा में तैनात डीडीसी रविकांत तिवारी के खिलाफ छापेमारी की थी। तिवारी मिथिलेश के मामा हैं। छापामारी में मामा-भांजा के खिलाफ प्रथमदृष्टया भ्रष्टाचार के साक्ष्य मिले थे। पता चला था कि मिथिलेश अपने मामा के साथ मिलकर मकान बनवा रहे थे। मिथिलेश का एक खाता भी जब्त हुआ था। लेकिन जांच के बाद मिथिलेश को भी आरोपमुक कर दिया गया है।