Hemant Kumar : क्या नीतीश कुमार उनके चहेते कहे जाने वाले अफसरों से नाराज़ चल रहे हैं या यों ही उनको प्यार से फटकार रहे हैं! जल-जीवन-हरियाली दिवस पर मंगलवार, 3 जनवरी को वरिष्ठ आइएएस अफसर प्रत्यय अमृत को मुख्यमंत्री ने जिस तरह की झिड़की दी,उसकी चर्चा मीडिया और राजनीतिक गलियारे में हो रही है। लोग पूछ रहे हैं कि नीतीश ने प्रत्यय को ‘दिल्ली’ के चक्कर में नहीं रहने की चेतावनी क्यों दी है! क्या प्रत्यय दिल्ली की उस अफसर लॉबी के ‘चक्कर’ में हैं जो नीतीश कुमार के खिलाफ दिल्ली को ‘फीडबैक’ दिया करती है। प्रत्यय की पहचान तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खास अफसर के रूप में की जाती है। मुख्यमंत्री सार्वजनिक तौर पर उनकी प्रशंसा करते रहे हैं। तो क्या दिल्ली’ को खुश करने के चक्कर में प्रत्यय अमृत, नीतीश की नाराज़गी मोल ले रहे हैं!
सवाल उठ रहा है कि अचानक क्या हो गया कि मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक मंच पर प्रत्यय को झिड़की लगा दी। हालांकि कुछ लोग कह रहे हैं कि नीतीश ने उसी मंच से मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को भी नसीहत दी थी! इसलिए इसे केवल प्रत्यय अमृत से नीतीश की नाराज़गी से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए! लेकिन नीतीश ने जो कुछ प्रत्यय अमृत के बारे में कहा उसकी तुलना आमिर सुबहानी को दी गयी नसीहत से नहीं की जा सकती है! लग रहा था कि मुख्यमंत्री प्रत्यय अमृत की ‘निष्ठा’ पर सवाल उठा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने जो कुछ प्रत्यय अमृत को कहा उस पर गौर कीजिए, ‘ दिल्ली के चक्कर में मत रहिए। गलत प्रशंसा के चक्कर में नहीं रहिए। दिल्ली वाला प्रशंसा कर दीजिएगा तो लगेगा सबकुछ वहीं से हो रहा है। आइएएस अफसर सब के मन में तो रहता है कि बिहार में रहेंगे और फिर दिल्ली में भी रहेंगे। आपलोगों का कितना सम्मान हमलोग करते हैं। दिल्ली की तरफ ध्यान मत दीजिए…!
इतना कहने के बाद मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की ओर देखते हुए कहा , क्या जी, काहे चुप हैं!
मुख्यमंत्री ने ध्यान आकृष्ट करने के लिए कहा- प्रत्यय अमृत से पूछ रहे हैं कि हंस नहीं रहे हो… मुस्कुराइए जरा!’ मुख्यमंत्री जब यह सब कह रहे थे तब प्रत्यय अमृत भावशून्य से हो गये थे। उनकी हंसी गायब थी। लग रहा था उनकी कोई ग़लती पकड़ी गयी है।
जानकार बता रहे हैं कि अफसरों की एक लॉबी नीतीश कुमार के खिलाफ दिल्ली को ‘फीडबैक’ देती है और उसके आधार पर नीतीश की घेराबंदी की प्लानिंग की जाती है। इस लॉबी में हाल तक बिहार की सत्ता में साझीदार रही बीजेपी के प्रति ‘निष्ठावान’ रहे अफसर शामिल बताये जा रहे हैं! पिछले अगस्त महीने में बिहार की सत्ता संरचना बदलने के कुछ दिनों बाद से राजनीतिक गलियारे में इसकी चर्चा शुरू हो गयी थी कि आइएएस और आइपीएस अफसरों की एक लॉबी नीतीश कुमार के खिलाफ काम कर रही है जिसे नीतीश के साथ लंबे समय तक काम कर चुके एक सीनियर आइएएस अफसर की सरपरस्ती हासिल है! नीतीश कुमार ने ‘दिल्ली’ के चक्कर में रहने वाले अफसरों की गतिविधियों की छानबीन कराई है! ऐसे अफसरों के पर कतरने की तैयारी चल रही है।