Patna : भ्रष्ट पदाधिकारी बिहारियों का अपमान करे यह बर्दाश्त नहीं : विजय सिन्हा

पटना

सत्तालोलुप नीतीश, तेजस्वी बिहारियों का करवा रहे अपमान : विजय सिन्हा
जदयू के एमएलसी बलियावी के बयान पर भड़के नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा, कहा, ऐसे लोग जंगली जानवर, पिंजरे में भेजे सरकार

DESK : बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा बिहारियों का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि सत्तालोलुप मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव बिहारियों का अपमान करवा रहे हैं। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने जदयू के एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी द्वारा सेना से संबंधित दिए गए एक बयान पर कहा कि ऐसे लोग जंगली जानवर हैं, जिसे उठा कर पिंजरे में बंद कर देना चाहिए।

भाजपा प्रदेश कार्यालय के जनकल्याण संवाद सहयोग कार्यक्रम में बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सिन्हा ने लोगों की समस्या सुनने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि समाज में उच्च पदों पर बैठे लोगों को भी ऐसे अधिकारियों को बचाने की जिम्मेदारी है, जिसे प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम भाषा, क्षेत्र को लेकर विभेद पर विश्वास नहीं करते, लेकिन गालीबाज अधिकारी बर्दाश्त के लायक नहीं। उन्होंने कहा कि गालीबाज अधिकारियों को बिहार के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।

उन्होंने बताया कि आज जन कल्याण संवाद सहयोग कार्यक्रम में कई ऐसे रंगदारी, हत्या, कब्जा के मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि समस्तीपुर के चकमैसी में हत्या के एक मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर खानापूर्ति की गई, जबकि मुख्य आरोपी को छोड़ दिया गया।मधुबनी से भी कब्जा करने का मामला आया है। श्री सिन्हा से जब पत्रकारों ने जदयू के एमएलसी बलियावी द्वारा सेना से संबंधित एक बयान पर प्रतिक्रिया जाननी चाही तो उन्होंने भड़कते हुए कहा कि सेना पर प्रश्न उठाने वाले और हमारे राष्ट्र को कलंकित करने का प्रयास करने वाले को देश कतई स्वीकार नहीं करेगा।

उन्होंने कहा कि सरकार में थोड़ा भी मोरल है तो इसे संज्ञान में लेकर इस बयान की जांच करवानी चाहिये। ऐसे लोग जंगली जानवर हैं, पिंजरे के अंदर जेल के अंदर भेजे ऐसे जानवरों को। भाजपा नेता ने कहा कि नौकरी के नाम पर भी नियुक्तियां नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार के समय जो नियुक्तियों को लेकर प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी, उसे रद्द कर नई प्रक्रिया के तहत विज्ञापन निकालकर सरकार द्वारा नौकरी देने के नाम पर ताली बजवाने की कवायद की जा रही है।

उन्होंने कहा कि बजट पूर्व वित्त मंत्री द्वारा उद्योगपतियों, आम लोगों, कृषक संगठनों के साथ बैठक नहीं किए जाने पर भी एतराज जताते हुए कहा कि एनडीए सरकार में बिहार के लोगों की समस्याओं के समाधान तलाशने के लिए बजट पूर्व बैठक की जाती थी, लेकिन इस बार ऐसी कोई बैठक नहीं हुई।