DESK : उपेंद्र कुशवाहा ने राजद औऱ उसके नेता तेजस्वी यादव पर हमला बोला है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है-मेरी नीतीश कुमार से व्यक्तिगत कोई शिकायत नहीं. लेकिन परेशानी इस बात पर है कि नीतीश ने तेजस्वी यादव को बिहार का भावी मुख्यमंत्री घोषित कर दिया है. तेजस्वी अगर मुख्यमंत्री बन गये तो बिहार बर्बाद हो जायेगा, पूरी तरह से डूब जायेगा. वे अपने पिता लालू यादव की तरह बिहार को बर्बादी के रास्ते पर ढकेल देंगे. कुशवाहा ने कहा कि तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री बनने की बात से लालू राज की याद आती है. जिसे याद कर अति पिछडे औऱ लव कुश समाज के लोग कांप जाते हैं.
एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने ये बातें कहीं हैं. उन्होंने कहा-मेरी नीतीश जी से कोई शिकायत नहीं थी. महागठबंधन में सब कुछ ठीक चल रहा था. लेकिन अचानक से तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की बात चलने लगी. राजद के नेताओं ने दावा करना शुरू कर दिया कि नीतीश कुमार औऱ तेजस्वी यादव के बीच डील हुई है. इसके तहत नीतीश कुमार को सीएम की कुर्सी छोड़ कर तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनाना है. मुझे ऐसी चर्चा से घोर आपत्ति हुई. ऐसी चर्चा के कारण जेडीयू कमजोर हुआ. राज्य में तीन विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में ये साबित हुआ कि जेडीयू का कोर वोटर हमसे दूर जा रहा है. मैंने जब पार्टी को कमजोर होते देखा तभी आवाज उठायी.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जेडीयू के कार्यकर्ता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में काम ही नहीं कर सकते. समता पार्टी का जन्म ही जंगलराज के विरोध में हुआ था. बाद में जेडीयू बना और उसका भी लक्ष्य बिहार से जंगलराज खत्म करना रहा. जब समता पार्टी बनी थी तो हमें लव-कुश समीकरण के वोटरों का साथ मिला. उसके बाद जंगलराज से त्रस्त अति पिछड़े समाज के लोगों और दूसरे वोटरों ने हमारा साथ दिया. उन्हीं लोगों ने राजद के आतंक औऱ कुशासन के खिलाफ संघर्ष किया और लंबे संघर्ष के बाद बिहार में नीतीश कुमार की सरकार बनी. आज भी मेरी अपनी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है लेकिन मैं बिहार के गरीबों- पिछड़ों के भविष्य को बर्बाद होते देख चुप नहीं बैठ सकता.
बिहार को लालू की तरह बर्बाद कर देंगे तेजस्वी
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि तेजस्वी यादव बिहार को उसी तरह बर्बाद करेंगे जैसे उनके पिता लालू प्रसाद यादव ने किया था. बिहार में एक बार फिर जंगलराज की वापसी हो जायेगी. लोग आज भी उस दौर को याद करके कांप जाते हैं. मैं बिहार के लोगों और जेडीयू के उन लाखों कार्यकर्ताओं की आवाज उठा रहा हूं जिन्होंने जंगलराज और कुशासन के खात्मे के लिए एक दशक से ज्यादा समय तक कुर्बानी दी. एक सवाल के जवाब में उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मैंने सुना है कि कुछ लोग मुझे महत्वाकांक्षी बता रहे है. इसमें कोई सच्चाई नहीं है. राजनीति में लोग संघर्ष के साथ साथ सत्ता भी चाहते हैं. लेकिन मैंने सत्ता के बजाय सडक पर रहना मंजूर किया है. मेरी अपनी कोई लड़ाई नहीं है, मैं पार्टी के लिए लड़ रहा हूं.
इस सवाल पर कि क्या वे बिहार के मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं, उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति देश का प्रधानमंत्री बनने का सपना देख सकता है तो मैं मुख्यमंत्री बनने की चाह क्यों नहीं रख सकता. मैं नहीं समझता कि किसी को इसमें कोई दिक्कत होनी चाहिये.
भाजपा में शामिल होने का सवाल ही नहीं
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि उनके भाजपा में शामिल होने की बात पूरी तरह से गलत है. मुझे भाजपा में शामिल होने से बेहतर मरना मंजूर है. जहां तक भाजपा के साथ गठबंधन करने की बात रही, मैं फिलहाल जेडीयू का सदस्य हूं. अगर भविष्य में जेडीयू बीजेपी के साथ जाने का फैसला लेती है तो मैं उस पर विचार करूंगा. उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार की तारीफ भी की. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने के बाद बिहार में कई काम हुए हैं. लेकिन अभी भी शिक्षा, उद्योग, स्वास्थ्य औऱ रोजगार जैसे मुद्दों को उपेक्षित रखा गया है. उन पर काम करने की जरूरत है.