DESK : बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी हम के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव सह राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान एक आदिवासी महिला को गोली मारने के मामले में फंसे हैं। आज जीतन राम मांझी ने दानिश रिजवान को पार्टी से ही बाहर निकाल दिया। वहीं दानिश रिजवान दो पद संभाल रहे थे। मांझी ने दानिश रिजवान को हम पार्टी का राष्ट्रीय प्रधान महासचिव और राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता बना रखा था। आज हम पार्टी की ओर से एलान किया गया कि दानिश रिजवान को पार्टी के सारे पदों से हटा दिया गया है। हम पार्टी ने राजेश कुमार पांडेय को पार्टी का नया राष्ट्रीय प्रधान महासचिव और श्याम सुंदर शरण को राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता बनाया है।
हम पार्टी के नये मुख्य प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण ने मीडिया को बताया कि दानिश रिजवान को पार्टी से निकाल दिया गया है। चूंकि उनके खिलाफ बेहद गंभीर आरोप लगे हैं इसलिए पार्टी ने उन्हें बाहर निकाल दिया है। दानिश रिजवान का अब हम पार्टी से कोई लेना देना नहीं है। हां, अगर कोर्ट उन्हें इस मामले में बरी कर देती है तो फिर हम पार्टी उन्हें वापस लेने पर विचार करेगी।
बता दें कि गुरूवार को जीतन राम मांझी ने कहा था कि दानिश रिजवान को गलत मामले में फंसाया गया है. मांझी ने कहा था कि उनका दानिश रिजवान निर्दोष है. जिस महिला ने दानिश पर गोली मारने का आरोप लगाया है वह पहले भी कई लोगों को फंसा चुकी है. उसने ही दानिश को झूठे मामले में फंसाया है. लेकिन दो दिन बाद ही मांझी ने दानिश रिजवान को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
वहीं हम के नेता दानिश रिजवान पर रांची में एक आदिवासी महिला सुषमा बड़ाइक को गोली मारने का आरोप है. पिछले महीने रांची में सुषमा बड़ाइक को दो गोलियां मारी गयी थी. महिला ने पुलिस को बताया था कि उसे गोली मारने वाला दानिश रिजवान है. इसके बाद तीन दिन पहले रांची पुलिस की टीम ने आरा से दानिश रिजवान को धर दबोचा था.