Desk। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने लैंड फॉर जॉब स्कैम में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद, उनकी पत्नी पूर्व सीएम राबड़ी देवी और बेटे डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत 17 लोगों को समन जारी किया है। कोर्ट ने सभी आरोपियों को आगामी 4 अक्टूबर को कोर्ट में उपस्थित होने का निर्देश दिया है।
लालू परिवार के खिलाफ समन जारी होने पर सुशील मोदी की प्रतिक्रिया आई है। पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा है कि लालू और उनके परिवार के खिलाफ जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने पुख्ता प्रमाण उपलब्ध कराएं हैं, ऐसे में इस मामले में कोई नहीं बच सकेगा। सुशील मोदी ने कहा है कि यह एक न्यायिक प्रक्रिया है।
इसके पहले सीबीआई ने चार्जशीट और सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल किया था। यह वही मामला है जिसको सबसे पहले जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिह उजागर किया था। 2009 में जब देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे। उस समय ललन सिंह और शरद यादव ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा था कि लालू प्रसाद रेल मंत्री रहते हुए गलत तरीके से लोगों को नौकरी दे रहे हैं और उसके बदले जमीन रजिस्ट्री करा रहे हैं।
उन्होंने कहा की रेलवे में नौकरी देने के बदले जमीन रजिस्ट्री कराने के मामले में सीबीआई के पास पुख्ता सबूत हैं। नई दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कालोनी में 1088 का जो आलीशान मकान है। जिसकी कीमत 100 से 150 करोड़ के आसपास होगी, आखिर इसके मालिक तेजस्वी यादव कैसे बन गए? ये वही मकान और जमीन हैं जो लोगों ने रेलवे में नौकरी के बदले लालू परिवार को दिया था।
कोर्ट ने समन किया है तो यह एक न्यायिक प्रक्रिया है, आगे देखना है कि क्या होता है। जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने बहुत ही पुख्ता सबूत सीबीआई को उपलब्ध कराए हैं।