DESK : नए बने संसद भवन पर पूरे देश की विपक्षी पार्टियां विरोध कर रही हैं. बिहार के बीजेपी नेता सुशील मोदी ने इस पर विपक्ष को जवाब दिया है. इसको लेकर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने शुक्रवार को कहा कि सुशील मोदी को बीमारी है, वो लगातार छपास रोग से ग्रसित हैं. कुछ भी बोलना उनका काम है. हमारी शुभकामनाएं उनके साथ है कि उनको कुछ बीजेपी से मिल जाए, लेकिन उनको कुछ मिलने वाला नहीं है. सुशील मोदी और बीजेपी के नेता जो बात विस्तारित भवन को लेकर कह रहे हैं तो विधानसभा भवन और विस्तारित भवन दोनों में अंतर होता है. यह बात उनको नहीं समझ आती है. ये लोग इतना भारी ज्ञानी हैं.
ललन सिंह ने कहा कि विस्तारित भवन तो दिल्ली के भी पार्लियामेंट में भी बना है, विस्तारित भवन का ही उद्घाटन करना था तो प्रधानमंत्री वहां पर अपना पीएम कार्यालय बना लेते. मुख्य संसद भवन का उद्घाटन हो रहा है. लोकसभा हो या राज्यसभा दोनों का कस्टोडियन कौन होता है? संविधान के मुताबिक राष्ट्रपति प्रति वर्ष सत्र से पहले संबोधित करते हैं. कस्टोडियन राष्ट्रपति हैं पीएम नहीं होता है. राष्ट्रपति जो आदिवासी समुदाय की महिला हैं उस समय पीठ दुनिया भर में बड़ा थपथपाये थे और अब संसद भवन के उद्घाटन करने के लिए उनको नहीं कह रहे हैं.
वहीं. सुशील मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि लोकतंत्र के मंदिर का सर्टिफिकेट क्या सुशील मोदी देंगे? ललन सिंह ने कहा जो गौरवशाली इतिहास संसद भवन का था उसके बदले में मोदी इतिहास कायम कर रहे हैं. आगे जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष ने 2 हजार के नोट को लेकर कहा कि आज कल मुखर कानून देश मे चल रहा है. नरेंद्र मोदी जो बोल दिए वही देश में कानून बन जाएगा. मुख से जो निकला वही कानून है. उन्होंने कहा कि वह उनको उद्घाटन करना है कर लें लेकिन 2024 में जब हमारी सरकार आएगी तो उसमें कुछ और काम किया जाएगा.