DESK : उपेंद्र कुशवाहा के इस्तीफे के बाद तुरंत जेडीयू की ओर से भी प्रतिक्रिया आ गई. राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पलटवार किया. ललन सिंह ने कहा कि दो दिन से सुन रहे थे कि उपेंद्र कुशवाहा मीटिंग कर रहे हैं. जेडीयू के कार्यकर्ता उसमें शामिल होंगे. उनका कुनबा छोटा सा चलता रहा है. वही लोग थे जो कल भी थे और आज भी थे. कुशवाहा की नई पार्टी को लेकर ललन सिंह ने कहा कि हम लोगों की शुभकामना है. पहली बार विधायक बने तो उन्हें नीतीश कुमार ने विरोधी दल का नेता बनाया था. जब वे आए तो नीतीश कुमार ने उन्हें राज्यसभा भेजा. तीन महीने में ही दल विरोधी काम किया और चले गए.
प्रेस को संबोधित करते हुए आगे ललन सिंह ने कहा कि फिर वो (उपेंद्र कुशवाहा) पार्टी में आना चाहते थे. जेडीयू का कोई नेता नहीं चाहता था कि वे पार्टी में आएं, लेकिन उसके बाद भी नीतीश कुमार ने पार्टी में शामिल कराया. उपेंद्र कुशवाहा पर कोई भरोसा नहीं करेगा. जहां जा रहे हैं कुछ दिन के बाद देखिएगा क्या होगा.
उपेंद्र कुशवाहा पर हमला करते हुए आगे ललन सिंह ने कहा कि वे दिसंबर से ही लगे थे. रोज दिल्ली जा रहे थे. हर बात की जानकारी हम लोगों थी. कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना था. जेडीयू के 72 लाख सदस्य बनाए गए. कितने सदस्य उन्होंने बनाए? जब वे दिल्ली और पटना की यात्रा कर रहे थे तो उनके कुनबे के लोग हम लोगों के साथ मिलते रहे हैं. धीरज कुशवाहा सहित कई लोग उनके कुनबे के पार्टी के साथ हैं.
पड़ोसी के घर में उत्तराधिकारी के सवाल पर ललन सिंह ने कहा कि वो (उपेंद्र कुशवाहा) पड़ोसी के घर में गए थे. अरवल में क्या करने गए थे? अभी उत्तराधिकारी की बात कहां से आ गई? खुद नीतीश कुमार अभी हैं. पार्टी को तेजस्वी के हाथों गिरवी रखने के सवाल पर ललन सिंह ने कहा कि उस समय तेजस्वी और लालू यादव अच्छे लग रहे थे? जेडीयू का अस्तित्व है और जेडीयू का विलय किसी से नहीं होगा. ललन सिंह ने कहा कि हमने कब कहा कि तेजस्वी यादव 2025 में सीएम के उम्मीदवार होंगे? 2025 में सीएम कौन होगा यह उस समय तय होगा. फिलहाल सीएम नीतीश कुमार हैं. अभी उससे पहले 2024 का चुनाव है.