Patna : नरेन्द्र मोदी कर्पूरी जी के विचारों को बढ़ाने में लगे हैं

पटना

कर्पूरी ठाकुर सादगी के प्रतिमूर्ति थेः सुशील कुमार मोदी
कर्पूरी जी के जीवन से प्रेरणा लेने की जरूरत हैः विजय कुमार सिन्हा
नीतीश कुमार बिहार को कहां ले जाना चाह रहे हैंः सम्राट चौधरी
कर्पूरी ठाकुर, अतिपिछड़ों के आवाज थेः अजय निषाद
बिहार में नफरत का वातावरण बनाया जा रहा हैः डा0 संजीव चौरसिया

DESK : कर्पूरी ठाकुर जी सादगी के प्रतिमूर्ति थे। बिहार के मुख्यमंत्री रहने के बावजूद उनके पास एक पक्का घर नहीं था और आज उनके अनुयायी जेल की सजा काट रहे हैं। पूरा परिवार भ्रष्टाचार में डूबा है। कर्पूरी जी सम्पूर्ण जीवन कांग्रेस के विरोध में रहे । जबकि ये लोग कांग्रेस की गोद में बैठें हैं। आज भारतीय जनता पार्टी अतिपिछड़ा वर्ग मोर्चा के द्वारा पटना के विद्यापति भवन में आयोजित जननायक कर्पूरी ठाकुर जयंती समारोह को संबोधित करते हुए बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्य सभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि अतिपिछड़ों को पहली बार बिहार में आरक्षण तब मिला जब जनसंघ से कर्पूरी जी के सरकार में कैलाशपति मिश्र शामिल थे। बिहार में एनडीए की सरकार में अतिपिछड़ा वर्ग को आरक्षण तब मिला जब मैं और डा0 प्रेम कुमार जैसे लोग मंत्रीमंडल में थे। जब केन्द्र में अटल जी सरकार में मंत्री थे तब आरक्षण दिया गया। बिहार में जाति गणना की मांग के संबंध में प्रतिनिधिमंडल में भारतीय जनता पार्टी शामिल थी। नरेन्द्र मोदी जी कर्पूरी ठाकुर के विचारों को आगे बढ़ाने में लगे हैं।

राज्यसभा सांसद ने कहा कि कर्पूरी जी समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलते थे। उन्होंने 3 प्रतिशत आरक्षण ऊॅंची जाति को दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब सवर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया तो राजद के लोगों ने सवर्णों के आरक्षण का विरोध किया। बिहार में नफरत का वातावरण बनाया जा रहा है। बिहार के शिक्षा मंत्री डा0 चन्द्रशेखर रामचरित मानस को जलाने की बात करते हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री सपा के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य रामचरित मानस पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं। जदयू के नेता बलियावी शहर को कर्बला मतलब हिन्दूओं का कत्लेआम तथा बिहार सरकार के मंत्री आलोक मेहता सवर्णों को अंग्रेजों का दलाल कह रहे हैं। बाबू कुंवर सिंह, जेपी, लोहिया अंग्रेजों के दलाल थे ? समाज को तोड़ा जा रहा है।

हिन्दुओं को विभाजित करने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। बाल्मिकी, वेद व्यास किस समाज के थे। नरेन्द्र मोदी राम मंदिर, काशी कोरिडोर तथा अनेकों ऐतिहासिक कार्य में लगे हैं और दूसरी ओर अपमानित करने का होड़ लगा है। हमारी पार्टी के नुपूर शर्मा के बयान पर तत्काल निलंबित किया गया। दूसरी ओर डा0 चन्द्रशेखर पर कोई कार्रवाई नहीं। बिहार के मुख्यमंत्री कमजोर, लाचार, बेसहारा हो गये हैं। टुकुर, टुकुर देख रहे हैं। हमलोगों ने कभी अपमानित किया। एक तरफ कहते हैं कि सभी धर्मों का सम्मान करते हैं तथा दूसरी ओर जाति में बांटकर लोकसभा चुनाव जीतना चाहते हैं। मांझी जी का मुंह बंद है, सरकार चलाने के लिए नीतीश जी अपमान झेल सकते हैं।

विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि कर्पूरी जी का सादा जीवन उच्च विचार से राजनीति करने वाले लोगों को प्रेरणा लेने की जरूरत है। वे हमेशा समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की बात करते थे। गरीबों का उत्थान तथा उसके विकास की चिंता करते रहते थे। कर्पूरी जी के नाम राजनीति करने वाले लोग आज बिहार जातीय उन्माद पैदा करना चाहते हैं। बिहार की जनता सजग है, इन सबों के बहकावे में आने वाली नहीं है। अनाप-शनाप बयानबाजी कर समाज में जहर बोने का काम किया जा रहा है। अतिपिछड़ों को ठगने का काम किया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी हमेशा से अतिपिछड़ा समाज के उत्थान की बात करती है। केन्द्र सरकार अतिपिछड़ा समाज के विकास के दृढ़संकल्पित है।

बिहार विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता सम्राट चौधरी ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर जी 1977 में पहली बार अतिपिछड़ा समाज को आरक्षण दिया। 15 वर्षों तक लालू प्रसाद सत्ता में रहे लेकिन कभी भी इस वर्ग को आरक्षण नहीं दिया। उनकी पार्टी के लोग आरक्षण देने तथा आरक्षण बचाने की बात करते हैं। लेकिन कभी आरक्षण दिया नहीं। पहली बार पंचायती राज और नगर निकाय में सुशील मोदी के नेतृत्व में अतिपिछड़ों को आरक्षण मिला। 1950 में जब डा0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी संविधान सभा के सदस्य तब ही एससी और एसटी को आरक्षण मिला। नरेन्द्र मोदी जी पहली बार 8 करोड़ लोगों को उज्ज्वला योजना दिया। बिहार में जहर की खेती की जा रही है। समाज को तोड़ा जा रहा है। सत्ता में बने रहने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार को कहां ले जाना चाह रहे हैं।

भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष व सांसद अजय निषाद ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर जी अतिपिछड़ों के आवाज थे। कर्पूरी जी ने राजनीत में मिशाल कायम किया। सादगी ने उन्हें महान बनाया। भारतीय जनता पार्टी हमेशा अतिपिछड़ों के विकास में लगी रहती है। पिछड़ा अतिपिछड़ा की भागीदारी भारतीय जनता पार्टी में बढ़ी है। लोकसभा एवं विधानसभा में भी हिस्सेदारी बढ़नी चाहिए।

भाजपा के प्रदेश महामंत्री डा0 संजीव चौरसिया ने कहा कि कर्पूरी जी समाज के सभी वर्गों का ख्याल रखते थे। अभी बिहार में नफरत का वातावरण बनाया जा रहा है। सत्ता के लिए विचारों की तिलांजलि दी जा रही है। राजनीत का यह विद्रूप चेहरा को बिहार की जनता यह बर्दाश्त नहीं करेगी। सभा की अध्यक्षता एवं संचालन ओबीसी मोर्चा के प्रदेश महामंत्री कैप्टन कमलेश सहनी एवं कार्यक्रम संयोजन शिवपूजन राम ने किया। सभा को सांसद रामकृपाल यादव, पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव, प्रेम कुमार, प्रमोद कुमार, नितिन नवीन, भाजपा के प्रदेश महामंत्री व विधायक डा0 संजीव चौरसिया, प्रदेश उपाध्यक्ष व विधान पार्षद डा0 प्रमोद चन्द्रवंशी, विधायक मिथिलेश कुमार, पटना के महापौर सीता साहू, उपमहापौर रेशमी चन्द्रवंशी ने संबोधित किया।

इस अवसर पर ओबीसी मोर्चा के उपाध्यक्ष राजेश चन्द्रवंशी, प्रशान्त कुमार, महिला आयोग की पूर्व सदस्या नीलम सहनी, ओबीसी मोर्चा के कार्यालय मंत्री संजय निषाद, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य अर्चना राय भट्ट, मुकेश नंदन, दिनेश राय, भावना शर्मा, चितरंजन महतो, भानू प्रकाश राय, विकास सैनी, जे0पी0 चन्द्रवंशी, शत्रुघ्न भगत, ओबीसी मोर्चा पटना महानगर अध्यक्ष मुकेश साह, मुकेश पटेल, परशुराम वर्मा, इंजीनियर अभिषेक कुमार, संदीप शर्मा, प्रेम नारायण पटवा, जलेश्वर सहनी, रूपा गुप्ता, नेहा पोद्दार, राम बाबू प्रसाद सहित हजारों लोग उपस्थित थे ।