लाठीचार्ज के खिलाफ 14 जुलाई को भाजपा का राजभवन मार्च….
पटना/स्टेट डेस्क : विधानसभा घेरने निकले भाजपा कार्यकर्ताओं पर पटना में गुरुवार को जम कर लाठियां बरसी! इस दौरान एक कार्यकर्ता की मौत हो गयी। हालांकि प्रशासन ने इसे लाठीचार्ज में हुई मौत मानने से इंकार किया है। इस बीच बिहार विधानसभा में नेता विरोधी दल विजय सिन्हा ने सरकार पर गुंडाराज चलाने का आरोप लगाया और कहा कि हमलोग शुक्रवार को राजभवन मार्च करेंगे!
पुलिस की ओर से की गई लाठीचार्ज में जहानाबाद जिला के महामंत्री विजय कुमार सिंह की मौत की खबर है। लाठीचार्ज में कई लोग बुरी तरह घायल हुए हैं। बताया गया है कि विजय कुमार सिंह को साल 2023 में जिला महामंत्री बनाया गया था। लाठीचार्ज में घायल बताये गये विजय सिंह को आनन-फानन तारा अस्पताल ले जाया गया , जहां डॉक्टरों ने जवाब दे दिया। उन्हें पीएमसीएच ले जायेगा, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। दूसरी ओर पटना के डीएम ने कहां कि लाठीचार्ज में किसी की मौत नहीं हुई है। डीएम कार्यालय की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि छज्जू बाग में सड़क किनारे एक शख्स बेहोश मिला। उसके शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं है। उसे पटना मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
मालूम हो कि लैंड फॉर जॉब स्कैम में चार्जशीट के बाद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से इस्तीफा मांग रही भाजपा की ओर से गुरुवार को पटना के गांधी मैदान से विधानसभा तक मार्च निकाला जा रहा था। इसे रोकने के लिए जिला प्रशासन ने शहर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर रखा था। दोपहर एक बजे के बाद मार्च में शामिल लोग गांधी मैदान से विधानसभा की ओर बढ़े। तभी डाकबंगला चौराहे के पास पुलिस ने आक्रोशित भीड़ को आगे बढ़ने से रोक दिया। पुलिस से झड़प की स्थिति बन गई।
पुलिस ने भाजपा नेताओं से आगे नहीं बढ़ने की अपील की,लेकिन भीड़ नहीं रुकी। इसके बाद में पुलिस लाठियां बरसाने लगी। लाठीचार्ज में कई भाजपा सांसदों, विधायकों और कार्यकर्ताओं को चोटें आईं। महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल को भी लाठी लगी। पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए प्रदर्शनकारियों पर पानी का बौछार किया।
पटना में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर कहा, ”भाजपा कार्यकर्ताओं पर पटना में हुई लाठीचार्ज राज्य सरकार की विफलता और बौखलाहट का नतीजा है। महागठबंधन की सरकार भ्रष्टाचार के किले को बचाने के लिए लोकतंत्र पर हमला कर रही है। जिस व्यक्ति पर चार्जशीट दायर हुई है, उसको बचाने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री अपनी नैतिकता तक भूल गये हैं।