DESK : बिहार में लालू प्रसाद यादव फिर से राजद के अध्यक्ष बन गए। अब जदयू में सांगठनिक चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। चुनाव की प्रक्रिया आगे बढ़ने पर पता चलेगा कि जदयू का अगला अध्यक्ष कौन होगा? जबकि जदयू के सदस्यता अभियान से जुड़े दस्तावेज पार्टी दफ्तर में आने शुरू हो गए हैं। किस जिले में सदस्यता अभियान के तहत कितना काम हुआ। वहीं जदयू के राष्ट्रीय सचिव रवींद्र सिंह का कहना है कि पार्टी को अपने लक्ष्य से अधिक सदस्य बनाने में सफलता मिली है।
बताते चलें कि जदयू ने आरंभ में 50 लाख सदस्य बनाए जाने का लक्ष्य तय किया था, जिसे बढ़ाकर बाद में 60 लाख तक किया गया था। सदस्यता अभियान के बाद जदयू अब अगले महीने यानी नवंबर में अपने संगठन चुनाव के काम को आगे बढ़ाएगा। इस क्रम में पार्टी की सभी इकाइयों के निर्वाचन के लिए निर्वाची तथा सहायक निर्वाची पदाधिकारी के नाम तय किए जाएंगे।
जानकारी के अनुसार पार्टी के संगठन की सबसे नीचे की इकाई पंचायत स्तर तक की है। इसलिए पंचायत स्तर के चुनाव के लिए निर्वाची अधिकारी बनाए जाएंगे। इसके अतिरिक्त प्रखंड, जिला, प्रदेश तथा राष्ट्रीय स्तर पर निर्वाचन के लिए जदयू अपने निर्वाची अधिकारी के नाम तय करेगा। निर्वाची अधिकारी इसके बाद चुनाव की प्रक्रिया आरंभ कराएंगे।
जदयू ने अपने सदस्यता अभियान का जिम्मा जिले में कई स्तर पर दिए थे। एप के माध्यम से भी सदस्यता अभियान का संचालन हुआ था। जदयू प्रदेश कार्यालय में सदस्यता अभियान से जुड़े कागजात जमा होने से शुरू हो गए हैं। पार्टी ने यह निर्देश दिया था कि 22 अक्टूबर तक सारे दस्तावेज जमा कर दिए जाएं। पर त्योहारों की वजह से यह काम अभी पूरा नहीं हो सका है। ऐसी उम्मीद है कि छठ के बाद सभी जिलों से संपूर्ण दस्तावेज उपलब्ध हो जाएंगे। इसके बाद ही यह पता चल पाएगा कि किस जिले में सदस्यता अभियान के तहत कितने सदस्य बनाए गए।
सदस्यता अभियान के दौरान जदयू को यह फीडबैक मिला था महिलाओं और युवाओं में जदयू की सदस्यता को लेकर काफी उत्साह था। बड़ी संख्या में बिहार के बाहर रह रहे युवाओं ने जदयू की सदस्यता एप के माध्यम से हासिल की है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा हैं।