PATNA : सम्राट चौधरी ने जेठुली कांड पर सीएम नीतीश की उदासीनता देख इस्तीफा मांगा

पटना

DESK : राजधानी पटना के बगल में फतुहा के जेठुली में गोलीबारी के बाद अभी भी स्थिति बेहद तनावपूर्ण बनी हुई है। स्थिति पुलिस के नियंत्रण से बाहर है। मीडिया पर हमला बोला जा रहा है। इन सब के बीच भाजपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है। बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने पटना सिटी के जेठुली कांड पर सीएम नीतीश की उदासीनता देख इस्तीफा मांगा है। उन्होंने कहा कि एक विशेष दल के गुंडे अपने आका के शह पर राज्य में जातीय उन्माद फैला रहे हैं और तथाकथित सुशासन बाबू हाथ पर हाथ रखकर आराम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री जी के अंदर इतनी हिम्मत नहीं हो रही है कि उन्मादियों पर कठोर कार्रवाई करें। श्री चौधरी ने कहा कि ऐसे में राज्य को ऐसे मुख्यमंत्री और गृह मंत्री की कोई जरूरत नहीं है। नीतीश कुमार तुरंत इस्तीफा दें। जनता अब उन्हें बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है।

सम्राट चौधरी ने कहा है कि पटना सिटी, दानापुर, फतुआ में उन्माद के बाद जेठुली में जिस तरीके से गुंडों ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ टीवी 9 के वरिष्ट पत्रकार रूपेश कुमार और उनके सहयोगी के अलावा कई पत्रकारों पर कायराना हमला किया है, वो दर्शाता है कि बिहार में फिर से एक बार गुंडाराज स्थापित हो गया है। उन्होंने सवालिया लहजे में सीएम नीतीश से पूछा कि मुख्यमंत्री जी बताएं कि क्या यह वही भाजपा की नींव पर बनी पुरानी सरकार है, जो खुद के बारे में सुशासन का दंभ दिखाती थी?

उन्होंने कहा कि छपरा, गोपालगंज, दानापुर, फतुआ व जेठुली की घटना से साफ है कि बिहार में एक बार फिर से गुंडाराज कायम हो चुका है। गुंडों व अराजक तत्वों के आतंक से कोई भी सुरक्षित नहीं है। कोई भी ऐसा दिन नहीं गुजर रहा है, जब हत्या, लूट, डकैती व बलात्कार की अनेक बड़ी घटनाएं नहीं घट रही हैं। सत्ता-संरक्षण में अपराधियों द्वारा बिहार को एक बार फिर 1990 के दशक में धकेलने की साजिश लगातार की जा रही है। जातीय उन्माद पैदा कर सामाजिक माहौल को बिगाड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। पूरे बिहार में अपराधियों का बोलबाला है। बिहार में प्रत्येक दिन हत्या, लूट एवं दुष्कर्म जैसी दर्जनों संगीन घटनाएं हो रही हैं। सरकार एवं प्रशासन मूकदर्शक बनी हुई है।

नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि बीते दिनों बिहार में जिस तरीके से राजद नेताओं ने जातीय उन्माद की बीज बोएं हैं, ये सभी घटनाएं उसी का नतीजा है। उन्होंने कहा कि उन्मादियों पर नीतीश जी की ओर से कार्रवाई नहीं करना, सभी घटनाओं पर चुप रहना ये बताता है कि बिहार में जातीय उन्माद, मारपीट, दंगा फैलाने में राजद- जदयू की मिलीभगत है।