DESK : नीतीश कुमार के बयान को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है. नीतीश यह कहना चाह रहे थे कि यूपीए सरकार 2004 में बनने के बाद पटना का विकास हुआ. वह आरजेडी के शासनकाल के बारे में नहीं बोल रहे थे. आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव ने यह बातें कहीं. इस दौरान शक्ति यादव ने जीतन राम मांझी और प्रशांत किशोर के बयान पर प्रतिक्रिया दी.
शक्ति यादव ने कहा कि आरजेडी का शासनकाल सामाजिक न्याय का स्वर्णिम काल था. इस दौरान प्रशांत किशोर के बयानों को लेकर किए गए सवाल पर शक्ति ने कहा कि हम लोग गंभीरता से नहीं लेते हैं. वह व्यापारी हैं. नेता नहीं हैं. सुर्खियों में रहने के लिए कुछ भी बोलते हैं. नीतीश कुमार महागठबंधन में रहेंगे. महागठबंधन सरकार बिहार के विकास के लिए मजबूती से काम कर रही है. विपक्ष के लोग भी राज्यसभा, लोकसभा में उपाध्यक्ष, डिप्टी चेयरमैन के पदों पर रह चुके हैं. यह प्रशांत किशोर को नहीं पता.
मांझी पर क्या कहा?
शक्ति यादव ने पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के उस बयान पर कि नीतीश कुमार बिहार के हित में पाला बदलते हैं तो वो उसका स्वागत करेंगे. इस पर शक्ति यादव ने कहा कि मांझी क्या बोलते हैं इससे हम लोगों को मतलब नहीं है. उन पर उम्र हावी हो गया है. बुजुर्ग हैं. कुछ भी बोलते है. बयान देकर भूल भी जाते हैं.
बता दें कि सीएम नीतीश ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम के दौरान जो कहा वो इशारों में जंगलराज का ही जिक्र था. नीतीश ने कहा कि भूल मत जाइए, पहले क्या हाल था. पटना में भी रहते थे, चलते थे, त कइसा लगता था पटना? कहीं कोई दुकान दिखता था जी. शाम होते-होते सब बंद रहता था. आज कल देख रहे हैं, कितना ज्यादा विकसित हुआ. नीतीश जब बोल रहे थे तो डिप्टी सीएम तेजस्वी सामने बैठे थे. यह बयान उस समय आया जब चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार फिर पलटी मारेंगे. वह राज्यसभा के उपसभापति व जेडीयू सांसद हरिवंश के जरिए बीजेपी के संपर्क में हैं. हिम्मत है तो नीतीश हरिवंश से इस्तीफा देने को कहें.