Desk : चारा घोटाला में सजायाफ्ता आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के बेल को रद्द करने के लिए सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। सीबीआई ने कोर्ट में दलील दी है कि लालू पूरी तरह से ठीक हैं और बैडमिंटन खेलते हैं, ऐसे में उन्हें जेल भेज दिया जाना चाहिए। कोर्ट में सीबीआई की इस दलील के बाद लालू की जमानत को लेकर सियासत तेज हो गई है। विरोधियों को जवाब देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा है कि लालू सही तरीके से थोड़े ही न बैडमिंटन खेले थे, वो तो एक-आध शॉट लगाकर देखे थे।
तेजस्वी यादव ने कहा है कि ये कोर्ट का मामला है और कोर्ट के मामले का जवाब कोर्ट में ही दिया जाता है। कोई जब इलाज कराकर आता है तो उसे बहुत सी चीजों का परहेज करना होता है। वे बैडमिंटन जो खेले हैं वह प्रोपर तरीके से थोड़े ही न खेले थे, वो तो एक आध शॉट मारकर के देखे थे। ऐसा थोड़े ही न होता है कि जो भी लोग बीमार हैं उन्हें अस्पताल में डाल दीजिएगा और बीमार व्यक्ति कुछ कर ही नहीं सकता। खाना, उठना-बैठना, लोगों से मिलना जुलना, मीटिंग करना कोई गलत बात है क्या?
वहीं आरजेडी को सरकार की तरफ से ऑफिस के लिए मिली जमीन पर तेजस्वी ने कहा कि बिहार के सभी राजनीतिक दलों के ऑफिस के लिए अधिक जगह पहले से मिला हुआ है और सबसे कम जगह राष्ट्रीय जनता दल के पास था और अभी जो जमीन मिली है इसको भी मिला दिया जाए तो अन्य राजनीतिक दलों से कम ही है। आरजेडी जब विपक्ष में थी तभी सरकार से इसकी मांग की गई थी। यहां तो पहले जंगल था, आरजेडी दफ्तर के बदल का प्लॉट है, इसका सही इस्तेमाल होना चाहिए।
बीजेपी के द्वारा यह कहे जाने पर कि बिहार के विकास से आरजेडी को कोई मतलब नहीं है, इसपर तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी के लोग शायद यह भूल गए हैं कि केन्द्र में एनडीए की सरकार है। दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था, उसका कहीं अता-पता नहीं है। बिहार में तो पांच लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का रास्ता तीन-चार विभाग से ही साफ हो गया है। राज्य में एक लाख 75 हजार से अधिक बहाली निकाली गई। 10 लाख नौकरी की जो बात हमलोगों ने कही थी उसपर आज भी कायम हैं।
तेजस्वी ने कहा कि देशभर में जीडीपी में जब सबसे आगे बिहार है तो उससे क्या समझ में आता है और अगर देश की स्थिति देखें तो बांग्लादेश से भी पीछे चले गए, कुछ दिन में नेपाल से भी पीछे चले जाएंगे। बीजेपी के लोग विकास के बारे में ना ही बोलें तो बेहतर होगा।