डेस्क। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के बयान को लेकर बिहार में सियासत गर्म हो गई है। रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान जेपी आंदोलन की चर्चा करते हुए सम्राट चौधरी ने कहा था कि सही मायनों में देश को आजादी 1947 में नहीं बल्कि 1977 में मिली थी। सम्राट के इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हैरानी जताते हुए कहा कि जिसको आजादी के बारे में पता नहीं है वह पूरी तरह से इलीगल है।
बतातें चलें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल पहुंचे थे। इस दौरान मीडियाकर्मियों ने जब सम्राट के बयान के बारे में पूछा तो उन्हों ने हैरानी जताई और कहा की, ‘हम तो उन लोगों के किसी बात पर ध्यान ही नहीं देते हैं। देश को आजादी कब मिली यह सबको मालूम है। जिसको आजादी के बारे में मालूम नहीं है, इसका मतलब कि वह कितना इलीगल है। छोड़िए न उनसब को, उसका कोई वैल्यू है’।
बता दें कि पूर्व मंत्री उपेंद्रनाथ वर्मा की पुण्यतिथि के अवसर पर राजकीय समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, मंत्री आलोक मेहता, एमएलसी कुमुद वर्मा और कई अधिकारी शामिल हुए। एसके मेमोरियल हॉल में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल और सीएम समेत अन्य लोगों ने उपेन्द्रनाथ वर्मा को श्रद्धाजंलि दी।