हेमंत कुमार/पटना : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कहा है कि लोकसभा चुनाव -2024 समय से पहले दिसंबर में कराया जा सकता है! सवाल उठ रहा है कि ममता और नीतीश के दावे में कितना दम है? क्या केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार समय पूर्व लोकसभा चुनाव की सिफारिश करने वाली है!
इसके पीछे एक ठोस वजह मीडिया आ रही उस रिपोर्ट को बताया जा रहा है जिसमें कहा गया कि बीजेपी ने देश की तमाम प्राइवेट एयरलाइंस की सभी हेलीकॉप्टर दिसंबर ,2023 के लिए बुक करा लिया है। एक दूसरा कारण भी बताया जा रहा है कि बीजेपी विपक्ष को पूरी तरह एकजुट और मजबूत होने से पहले चुनाव मैदान में खींच लेना चाह रही है ताकि चुनाव को एकतरफा बनाया जा सके! हालांकि बीजेपी अगर ऐसा सोच रही है तो वह मुगालते में है। क्योंकि माना जा रहा है कि इस बार का चुनाव सरकार बनाम जनता होने जा रहा है!
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को नालंदा में पत्रकारों को एक सवाल के जवाब में कहा कि लोकसभा चुनाव कभी भी हो सकता है! यह जरूरी नहीं है कि समय पर ही चुनाव हो, केंद्र सरकार कभी भी चुनाव करा सकती है। हम तो सात-आठ महीना पहले से ही कह रहे हैं कि चुनाव कभी भी हो सकता है इसीलिए सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट हो जाना चाहिए। हम उसी काम में लगे हुए हैं।
मेरी व्यक्तिगत कोई इच्छा नहीं है। हम सबको एकजुट करना चाहते हैं। नीतीश ने यह बात नालंदा जिले के सिलाव में नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के नये भवन का उद्घाटन करने के बाद पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहीं। मालूम हो कि 18वीं लोक-सभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को पूरा हो रहा है।
इसके अनुसार अप्रैल-मई महीने में चुनाव होने हैं ताकि समय रहते 19वीं लोकसभा गठित हो जाये। लेकिन प्रचंड बहुमत वाली मोदी सरकार जनता में बढ़ते विक्षोभ और आक्रोश को देखते हुए समय से पहले चुनाव कराने की घोषणा कर दे तो आश्चर्य नहीं होगा। पिछले लोकसभा चुनाव समेत उसके बाद हुए अन्य चुनावों में चुनाव आयोग को निष्पक्षता जिस तरह संदिग्ध हुई है ,उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि केंद्र सरकार की किसी तरह की सिफारिशों को चुनाव आयोग ठुकराने की स्थिति में नहीं है।
ऐसा नहीं है कि देश में समय पूर्व लोकसभा चुनाव की बात नीतीश ने पहली बार कहीं है। उन्होंने छह माह पहले भी ऐसी बात कही थी। इस बार जब उन्होंने इसकी चर्चा की है ठीक उससे एक दिन पहले ममता बनर्जी ने भी ऐसा ही कहा है। नीतीश ने लोक सभा चुनाव को लेकर केंद्र सरकार की रणनीति के सवाल पर कहा कि उनलोगों को जो करना है करने दीजिए। मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। चुनाव आने पर हमलोग अपना प्रचार-प्रसार करेंगे।
नीतीश ने जाति आधारित गणना को लेकर केंद्र सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा वापस लिए जाने के सवाल पर कहा कि जनगणना का काम करवाना केंद्र सरकार का अधिकार है , लेकिन हमलोग जाति आधारित गणना करवा रहे हैं। सब पार्टियों की सहमति से यह काम करवाया जा रहा है। जाति आधारित गणना का काम लगभग पूरा हो गया है। अब इसकी रिपोर्ट प्रकाशित की जाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सभी राज्यों में जनगणना करवाती है।
राज्य सरकार जनगणना नहीं करवा सकती इसीलिए हमलोग जाति गणना करवा रहे हैं। जाति गणना का काम राज्य के अधिकार में आता है। केंद्र सरकार द्वारा जनगणना के दौरान अनुसूचित जाति-जनजाति और अल्पसंख्यकों की गणना का प्रावधान है । लेकिन हमलोग बराबर कह रहे थे कि अन्य सभी जाति-धर्म के लोगों की भी गणना करवा लीजिए। यह काम अबतक हो जाना चाहिए था , लेकिन कहां हुआ ? हमलोग जनगणना नहीं बल्कि जाति गणना का काम करवा रहे हैं।
हमलोग सभी जाति-धर्म, चाहे वे उच्च जाति के हों या पिछड़ी-अति पिछड़ी जाति के हों, अनुसूचित जाति-जनजाति के हों, दलित-महादलित हों या फिर हिंदू – मुस्लिम, किसी भी धर्म के हों, किसकी कितनी संख्या है उनकी गिनती के अलावा सबों की आर्थिक स्थिति की भी जानकारी जुटा रहे हैं। हमलोग आर्थिक स्थिति की जानकारी इसीलिए जुटा रहे हैं ताकि कोई किसी जाति-धर्म का हो, उसके विकास के लिए काम कर सकें। हमलोग राज्य के हित में काम कर रहे हैं। इसके विरोध का कोई मतलब नहीं है। हमलोग अच्छा काम कर रहे हैं इसीलिए बहुत लोगों को ऐतराज होता है ।
मुंबई में होनेवाली इंडिया गठबंधन की बैठक के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा हमारा काम अधिक-से-अधिक पार्टियों को एकजुट करना है। व्यक्तिगत रूप से मुझे किसी पद या किसी चीज की इच्छा नहीं है। हम तो कल भी इस बात को दोहरा चुके हैं। इंडिया’ महागठबंधन में कुछ और पार्टियों के शामिल होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी इस पर बोलना ठीक नहीं होगा । आपलोग देखते रहिए, जब बैठक में लोग आएंगे तो आपलोगों को पता चल जाएगा। इसपर पहले से बोलना ठीक नहीं होगा ।