DESK : बिहार में हिंसा के बाद राजनीतिक जुबानी जंग छिड़ गई है. वहीं, आरजेडी नेता श्याम रजक ने मंगलवार को केंद्र सरकार को लेकर विवादित बयान दिया. उन्होंने केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव में दिल्ली में बैठे नाजायज लोगों को हटाएंगे. संविधान का मजाक उड़ाने वाले नाजायज ही कहे जाएंगे, वे जायज कैसे हो सकते हैं? शेर और सियार में अंतर होता है. बीजेपी और आरएसएस दंगा का रूप देना चाह रहे थे.
श्याम रजक ने इशारों-इशारों में एक कहानी कहते हुए बीजेपी को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि एक सियार धोबी के रंगों के घड़ा में चला गया, जिससे वह नीले रंग का हो गया. लोग सियार को नीला शेर कह कर डरने लगे. इसी तरह लोग डर कर रह रहे हैं, जिस दिन रंग हटा, लोगों को पता चल जाएगा कि ये सियार है. शेर और सियार में अंतर होता है. वहीं, बिहार हिंसा को लेकर बीजेपी नीतीश प्रशासन पर सवाल खड़ा कर रही है, इस पर आरजेडी नेता ने कहा कि सरकार उसकी जांच करा रही है. जांच कमेटी की रिपोर्ट से सब साफ हो जाएगा.
वहीं, नालंदा और सासाराम में जुलूस के दौरान हिंसा की घटना को लेकर बिहार विधानसभा में सोमवार को जमकर हंगामा हुआ. इस मुद्दे को लेकर बीजेपी नीतीश सरकार पर हमला बोली. बीजेपी और महागठबंधन के नेता एक दूसरे पर इन दिनों जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. बता दें कि सासाराम और नालंदा के बिहारशरीफ हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक 173 लोगों को सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि दोनों शहरों में सामान्य स्थिति बहाल हो गई है और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है.