Desk, Beforeprint : बिहार ने प्रदूषण में दिल्ली को भी पीछे छोड़ दिया है। हालांकि देश के कई इलाकों में हवा में जहर की मात्रा मानक से कहीं ज्यादा है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अनुसार, 17 नवंबर (गुरुवार) को सुबह 7 बजे मोतिहारी ने सबसे प्रदूषित शहर का खिताब अपने नाम कर लिया। यहां पर एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 434 दर्ज किया गया। पूर्णिया भी 422 के साथ कोई खास पीछे नहीं रहा। वहीं बेतिया में एक्यूआई 406 दर्ज किया गया।
वैसे तो प्रदूषण के मामले में देश की राजधानी दिल्ली काफी बदनाम है लेकिन ताजा आंकड़ों के मुताबिक बिहार का हाल काफी बेहाल है। बिहार के कई इलाकों में प्रदूषण की स्थिति आज भी चिंताजनक बनी हुई है। दिल्ली की हालत कुछ ही बेहतर है। हालांकि ये अभी भी खराब ही है। वहीं, यूपी में वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘संतोषजनक’ से ‘मध्यम’ के बीच है।
वही पूर्व अध्यक्ष डा. बिहारी सिंह का कहना है कि विभिन्न शोधों में पाया गया है कि प्रदेश में वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण वाहन हैं। 50 प्रतिशत प्रदूषण इनकी वजहों से है। सड़कों पर पड़ी धूल की परत वाहनों के गुजरते वक्त वातावरण में फैल जाती है और उसके बाद जैसे ही दूसरा वाहन गुजरता है, वह प्रदूषण का शिकार हो जाता है।
प्रमुख शहरों में प्रदूषण की स्थिति :
शहर – एक्यूआइ
समस्तीपुर : 308
मुजफ्फरपुर : 280
पटना : 265
बेतिया : 378
सिवान : 375
पूर्णिया : 374
अररिया : 335
कटिहार : 329
दरभंगा : 317
सहरसा : 315
बक्सर : 314
मोतिहारी : 415