पटना, स्टेट डेस्क। बिहार को लेकर अपने फ्यूचर प्लान का खुलासा करने बैठे प्रशांत किशोर ने आज दो सियासी दिग्गजों लालू प्रसाद और नीतीश कुमार पर एक साथ निशाना साधा है। उन्होंने एक पत्रकारवार्ता में कहा कि बिहार में विकास के दावे चाहे जो भी किए जाएं लेकिन हकीकत यह है कि दो बड़े नेताओं ने 30 साल तक के शासन करने के बावजूद बिहार की समस्या का समाधान नहीं किया। आज भी बिहार में मूलभूत सुविधाओं की कमी है। उन्होंने कहा कि नई नीति, नई सोच और सबके प्रयास से ही बिहार का विकास संभव ह
केंद्र और राज्य दोनों जगह गठबंधन फिर भी पिछड़े
राजधानी पटना के ज्ञान भवन में गुरुवार को उन्होंने कहा कि लोगों से मिल रहा हूं, लोग चाहेंगे तो पार्टी बनाऊंगा। उन्होंने कहा कि यह पार्टी प्रशांत किशोर की नहीं होगी। बल्कि जनता की होगी। उन्होंने कहा कि जन सुराज के लिए गांव-देहात जाऊंगा। सैकड़ों लोगों से मुलाकात कर चुका हूं। 2 अक्टूबर से पश्चिम चंपारण से पदयात्रा करेंगे। उन्होंने घोषणा की कि 3000 किलोमीटर की पदयात्रा व्यक्तिगत के दौरान करीब 17 हजार लोगों से मिलने के बाद सुशासन के लिए जो भी जरूरी होगा वह करूंगा।
प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार में विकास की लंबी चौड़ी बातें करते हैं लेकिन असल में आधारभूत विकास को लेकर बिहार के आंकड़े क्या है यह बात सबको मालूम है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के आंकड़ों को देखें तो बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति समेत तमाम पैरामीटर की सच्चाई सामने आ जाती है। प्रशांत किशोर ने कहा कि केंद्र में कोई विपक्षी दलों की सरकार नहीं बैठी। बिहार में जिस गठबंधन की सरकार है वही सरकार केंद्र में हैं और उनके आंकड़ों पर भरोसा किया जा सकता है।
प्रशांत किशोर ने खुद को गंभीरता से नहीं लिया जाने के सवाल पर कहा कि जो लोग मुझे सीरियसली नहीं लेते उनके लिए मेरा केवल एक मैसेज है, आप मुझे वक्त दीजिए मैं खुद को साबित करके दिखाऊंगा कि बहुत सारे लोग साथ में जुड़ना चाहते हैं लेकिन उन्हें विश्वसनीयता की समस्या हो सकती है मैं केवल उनसे वक्त चाहता हूं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से व्यक्तिगत रिश्तों को लेकर प्रशांत किशोर ने यह जरूर कहा कि उनके नीतीश कुमार से निजी रिश्ते हैं और इसे कबूल ने में मुझे कोई हिचक नहीं है।
दिल्ली में उनसे मुलाकात होती रहती है और साथ में उनके साथ खाना पीना भी हुआ है। उन्होंने इस बात को भी खारिज किया कि वह जनता दल यूनाइटेड ज्वाइन करने वाले हैं। उनके साथ आगे काम नहीं किए जाने को लेकर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि कांग्रेस का वर्किंग स्टाइल अलग है। कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने के लिए कह रहा था लेकिन मैं ऐसा नहीं चाहता। उन्होंने कहा कि बिहार को बदलने की चाह रखने वालों को साथ लेकर चलेंगे। उन्होंने घोषणा कि किसी दल से नहीं जुड़ुंगा अलबत्ता यह बात तय है कि विकास के लिए नई नीति, नई सोच और सभी के प्रयास की जरूरत है।