पटना, अशोक “अश्क” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मोतिहारी स्थित उत्कृष्ट पशु प्रजनन केंद्र की लैब का भागलपुर से वर्चुअली उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण कृषि विज्ञान केंद्र के अटल सभागार में किया गया, जिसे करीब एक हजार किसानों ने देखा। इस अवसर पर पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त भी जारी की, जिससे देशभर के करोड़ों किसानों को आर्थिक लाभ मिला।

इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह ने जानकारी दी कि कृषि विज्ञान केंद्र पीपराकोठी परिसर में राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत उत्कृष्ट पशु प्रजनन केंद्र को राष्ट्र को समर्पित किया गया। इस अवसर पर जिला कृषि पदाधिकारी मनीष कुमार, पशु प्रजनन केंद्र के निदेशक डॉ. ए. कुंडू, कृषि विज्ञान केंद्र के संचालक मनीष कुमार सहित कई अधिकारी और किसान उपस्थित रहे।
कार्यक्रम दोपहर 1 बजे से शुरू हुआ जिसमें एग्रीकल्चर कॉलेज के डीन रमेश कुमार और प्रखंड उद्यान पदाधिकारी राजेश्वर सिंह भी मौजूद थे। इस दौरान विशेषज्ञों ने मल्टीपल ओव्यूलेशन और एम्ब्रियो ट्रांसफर तकनीक के बारे में जानकारी दी, जिससे बेहतर नस्ल की गायों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने पशु प्रजनन केंद्र के उद्घाटन के अलावा बिहार की कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शुभारंभ किया,
जिनमें मोतिहारी में गोकुल मिशन के क्षेत्रीय उत्कृष्टता केंद्र का शुभारंभ, बरौनी डेयरी संयंत्र का उद्घाटन, किसान उत्पादक संगठन (FPO) की शुरुआत और भागलपुर को कृषि हब बनाने की योजना का ऐलान शामिल है। इन परियोजनाओं के जरिए किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों और बाजार से जोड़ा जाएगा, जिससे उनकी आमदनी में वृद्धि होगी।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हमारा लक्ष्य देश के किसानों को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी आय को दोगुना करना है। उत्कृष्ट पशु प्रजनन केंद्र से किसानों को उन्नत नस्ल की गायें और नई तकनीकें मिलेंगी, जिससे उनकी उत्पादकता में वृद्धि होगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत अब तक लाखों किसानों को सीधा आर्थिक लाभ मिला है, जिससे उनके जीवन में बदलाव आ रहा है।
भागलपुर में प्रधानमंत्री की सभा को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। हवाई अड्डे और सभा स्थल को अभेद्य किले में तब्दील कर दिया गया था, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। राज्यभर से आए 40 से अधिक डीएसपी सुरक्षा ड्यूटी में लगाए गए थे। करीब 600-700 पुलिस पदाधिकारी और 3000 जवानों की तैनाती की गई थी।
भागलपुर और आसपास के जिलों में पदस्थापित दर्जनभर आईपीएस अधिकारियों ने सुरक्षा मॉनिटरिंग की। सभा स्थल पर ड्रोन और अन्य अत्याधुनिक उपकरणों से निगरानी रखी गई। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि भागलपुर को कृषि हब बनाने की योजना बिहार के किसानों के लिए एक बड़ा अवसर है। उन्होंने कहा, हम बिहार को एक कृषि समृद्ध राज्य बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं।
पशुपालन और डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए यह परियोजना मील का पत्थर साबित होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मोतिहारी के उत्कृष्ट पशु प्रजनन केंद्र के उद्घाटन और बिहार के किसानों को सम्मान निधि की राशि जारी करने से राज्य के किसानों को नई उम्मीदें मिली हैं।
इसके अलावा, बरौनी डेयरी संयंत्र, गोकुल मिशन केंद्र और कृषि हब जैसी परियोजनाएं राज्य में कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में बड़ा बदलाव ला सकती है। अब देखने वाली बात यह होगी कि ये योजनाएं जमीनी स्तर पर कितना प्रभाव डालती है और किसानों को कितना लाभ पहुंचाती है।