नीतीश के समय था रेलवे का ‘पैसेंजर ट्रेन काल’, अब बुलेट की गति से हो रहा है विकास : मोदी

पटना

-अगस्त 2026 में देश को मिलेगी पहली बुलेट ट्रेन, 19,600 करोड़ दिये गए
-2013-14 की तुलना में रेलवे के लिए 9 गुना अधिक राशि का प्रावधान, बिहार में रेलवे के लिए 8000 करोड़

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स्टेट डेस्क/पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि अलग रेल बजट वाले दौर में रेल मंत्री के रूप में नीतीश कुमार का कार्यकाल रेलवे का ‘पैसेंजर ट्रेन काल’ था। उस समय रेलवे के विकास की गति धीमी थी, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेलवे के बुलेट ट्रेन युग की पटरियां बिछा दी हैं। मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार बतायें कि उनके समय रेल बजट कितना था और वे कौन-कौन सी योजना पूरी करा पाये। उन्होंने कहा कि अगस्त 2026 में भारत की पहली बुलेट ट्रेन चलेगी। इसके लिए बजट में 19,600 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।

सुशील मोदी ने कहा कि वर्ष 2023-24 के बजट में रेलवे के लिए 2.40 लाख करोड़ दिये गए हैं। यह राशि 2013-14 के अलग रेल बजट की राशि से नौ गुना अधिक है। मोदी ने कहा कि अलग रेल बजट की प्रथा समाप्त करने से रेलवे के संसाधनों में भारी वृद्धि हुई, जबकि नीतीश कुमार केवल विरोध के लिए विरोध कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि बजट में 8000 करोड़ रुपये केवल बिहार में रेलवे विकास के लिए रखे गए हैं। देश के 1275 रेलवे स्टेशनों को विश्वस्तरीय बनाने और यात्री सुविधाओं के विकास पर 13,350 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

मोदी ने कहा कि अब हर महीने दो वंदे भारत ट्रेन शुरू की जाएगी। अगले वर्ष 2024 में रेलवे हर सप्ताह 2-3 रूट पर वंदेभारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाने की स्थिति में होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में रेलवे जिस बुलेट-गति से विकास कर रहा है, वह किसी भी पूर्व रेलमंत्री को अवसादग्रस्त कर सकता है।