बीपी डेस्क। बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी ने गुरुवार (8 अगस्त) को संसद में बोलते हुए पटना हवाई अड्डे की असलियत और स्थिति खोल कर रख दी. उन्होंने अपनी सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का क्या यही मापदंड है. कहने को तो पटना का जय प्रकाश नारायण हवाई अड्डा अंतरराष्ट्रीय है, लेकिन सिर्फ लिख देने या घोषणा कर देने से कोई हवाई अड्डा अंतरराष्ट्रीय नहीं हो जाता.
सांसद राजीव प्रताप रूडी ने सदन में कहा कि 14 करोड़ की आबादी वाले बिहार में पटना का हवाई अड्डा देश का सबसे खतरनाक हवाई अड्डा है और बिहटा में खोलने की बात कही जा रही है, वो सही नहीं है. जब पटना का हवाई अड्डा ही सुरक्षित नहीं है, पहले उसे अंतरराष्ट्रीय मापदंड का बनाना चाहिए. पटना हवाई अड्डा में 1600 करोड़ रुपया खर्च होता है. इतना खर्च होने के बाद भी हवाई पट्टी में एक इंच का बदलाव नहीं हुआ. आज तक मीडियम ब्रेकिंग ही है, यहां ब्रेकिंग और पेनाल्टी का खतरा है. 14 साल से हमारी मांग है कि हमें एक नया हवाई अड्डा चाहिए.
सांसद ने ये भी कहा कि पटना एयरपोर्ट से इड़ने वाली फ्लाइट के दाम महंगे हैं. उन्होंने कहा कि दो मेट्रो शहरों के बीच चलने वाली फ्लाइट का टिकट सस्ता होता है, लेकिन दिल्ली से पटना जाने में ज्यादा दाम चुकाना पड़ते है. बिहार सरकार टिकट पर 29 फीसदी टैक्स ले रही है. हर राज्य का टैक्स अलग-अलग होता है. सीआईएसएफ और नए एयरपोर्ट बनाने का खर्चा भी यात्रियों के टिकट से वसूला जाता है.
रूडी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नीजिकरण के फैसलों की तारीफ भी की और कहा कि विमान कंपनियों ने 70 सालों तक घाटे का सौदा चलाया, लेकिन निजीकरण के बाद अब जो चल रहा, वो ठीक से चलेगा. जर्मनी तुर्की, जापान और ब्रिटिश एयरलाइंस को भी प्राइवेट किया गया. हमारे पीएम मोदी ने निर्णय लिया. वो देशहित में था, इसका स्वागत होना चाहिए. स्पाइसजेट, इंडिगो और एयर इंडिया छोड़कर देश में कितनी एयरलाइंस कंपनियां खुली और बंद हुईं. बता दें कि बिहार के सारण से सांसद राजीव प्रतार रूडी एक कुशल पायलट भी हैं. वाजपेयी सरकार में वो भारत के नागरिक उड्डयन मंत्री भी रह चुके हैं.