DESK : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने बुधवार को 2023-24 के लिए बजट पेश किया। आज को पेश हुए आम बजट में बिहार को कुछ नहीं दिया गया। यह कहना है बिहार के वित्त मंत्री विजय चौधरी का। वित्त मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि अब तक बिहार के लिए कुछ घोषणा नहीं की गई है। हालांकि इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उनके साथ थे। उन्होंने कहा कि अभी तक हमने बजट देखा नहीं है। इधर, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार को ठगा गया है।
वहीं देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज आम बजट लोकसभा में पेश किया। इस आम बजट में सबसे राहत की बात है कि आम लोगों को अब 7 लाख के ऊपर की आमदनी पर टैक्स देना होगा। इसके अलावा बजट से बिहार के इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के लोग भी बहुत खुश नहीं है। बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स की उपाध्यक्ष एन के ठाकुर ने बताया कि आम लोगों के लिए यह तो बेहतर है कि 50 लाख से 7 लाख कर छूट बढ़ाया गया है। लेकिन, कोरोना प्रभावित व्यापारियों के लिए क्या राहत दी गई है, इसको स्पष्ट नहीं किया गया है।
बिहार के परिपेक्ष में बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की उम्मीद थी। शिक्षा, पर्यटन और इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में विशेष घोषणा होती, लेकिन नहीं की गई है। नदी जोड़ों को लेकर भी उम्मीद थी लेकिन घोषणा नहीं की गई। एन के ठाकुर ने बताया कि बिहार जैसे ही राज्य को ज्यादा उम्मीद थी कि स्पेशल स्टेटस मिले। लेकिन, यह घोषणा नहीं की गई। इसके बावजूद विशेष पैकेज की भी उम्मीद थी कि यदि स्टेटस स्टेटस ना मिलकर विशेष पैकेज मिले, वह भी नहीं मिली तो थोड़ा निराशाजनक के बजट है।
वहीं, बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष केपीएस केसरी ने बताया कि यह बजट अमृतकाल बजट बनाया गया है। अगले 25 वर्ष को ध्यान में रखकर बनाया गया है। संतुलित बजट दिख रहा है। यह पहला वर्ष है। इसमें सात प्रमुख विषयों को रखा गया है। युवा, कैपएक्स, इंफ्रास्ट्रक्चर, ग्रीन एनर्जी इन तमाम चीजों को ध्यान में रखकर यह बजट बनाया गया है। कहा गया कि 10 लाख करोड़ इन्वेस्ट करेंगे, इस वर्ष पिछले वर्ष से यह 33 फ़ीसदी ज्यादा है।
इससे अर्थव्यवस्था की गतिविधि काफी बढ़ जाती है। बाजार बढ़ता है। एमएसएमई को लेकर भी आम बजट में बेहतर प्रावधान किए गए हैं। इससे छोटे और मझोले उद्योग पतियों को राहत मिलेगी। यह की दूसरी तरफ बीआईए के पूर्व अध्यक्ष रामलाल खेतान ने कहा कि यदि हम बिहार के परिदृश्य में इस बजट को देखें तो बिहार को कुछ नहीं मिला है। बिहार की जनसंख्या देश की जनसंख्या का 10% है। ऐसे में बिहार जैसे राज्य को आम बजट से कुछ फायदा नहीं हो पाया है। इसे संतुलित बनाने के चक्कर में बिहार जैसे राज्यों की अनदेखी कर दी गई है।
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