पटना, डेस्क। राज्य सरकार द्वारा अपनायी गयी भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीरो टॉलरेन्स नीति के तहत भ्रष्टाचार पर नियंत्रण हेतु जिला स्तरीय निगरानी कोषांग को सतत एवं प्रभावी बनाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा गठित जिल स्तर पर गठित उडनदस्ता दल के सदस्यों जिसमें एक प्रशासनिक पदाधिकारी एवं एक पुलिस उपाधीक्षक के साथ-साथ कार्यपालक अभियंता नामित हैं, का आज दिनांक 06.012.2024 को मुख्य सचिवालय स्थित अधिवेशन भवन में निगरानी संबंधित मामलों की जिला स्तरीय समीक्षा के साथ साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिलास्तरीय उड़नदस्ता दल के पदाधिकारी उपस्थित हुए।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में निगरानी विभाग के अधीनस्थ कार्यालयों के प्रमुखों द्वारा सम्बोधन के पश्चात् प्रधान सचिव द्वारा भ्रष्टाचार पर नियंत्रण हेतु जिला स्तरीय निगरानी कोषांगों को सशक्त एवं प्रभावी बनाये जाने के उद्देश्यों की जानकारी देते हुए जिलावार उनके द्वारा की गये कार्यों की समीक्षा की गयी, जिसमें निगरानी विभाग के स्तर से जिलों को जाँच हेतु भेजे गये परिवाद पत्रों की निष्पादन की स्थिति, अभियोजन स्वीकृति के लम्बित मामलों के साथ साथ निगरानी कोषांगों के गठन के संबंध में विस्तृत समीक्षा की गयी। यह भी अपेक्षा की गयी नागरिकों को भ्रष्टाचार के प्रतिरोध करने, भ्रष्टाचार के मामलों की सूचना देने हेतु प्रोत्साहित करने के साथ-साथ आम जनता को भ्रष्टाचार के विरूद्ध जागरूकता हेतु अभियान चलाया जाय।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत तकनीकी परीक्षक कोषांग के अभियंता प्रमुख द्वारा तकनीकी मामलों की जाँच किस प्रकार की जाय, विशेष निगरानी इकाई एवं निगरानी अन्वेषण ब्यूरो द्वारा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (यथा संशोधित 26 जुलाई, 2018) के संबंध में जाँच एवं अनुसंधान के संबंध में प्रकाश डाला गया। इसी क्रम में निगरानी विभाग के स्तर से परिवाद पत्रों के निष्पादन एवं अनुश्रवण हेतु विकसित किये गये पोर्टल की जानकारी दी गयी। निदेशक, अपराध अनुसंधान गृह विभाग द्वारा साक्ष्य अधिनियम के संबंध में प्रकाश डाला गया।
बैठक में निगरानी विभाग के प्रधान सचिव, श्री अरविन्द कुमार चौधरी, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के महानिदेशक, श्री आलोक राज, विशेष निगरानी इकाई के अपर महानिदेशक, श्री पंकज दराद, तकनीकी परीक्षक कोषांग के अभियंता प्रमुख प्रभारी, श्री राजकुमार के अतिरिक्त निगरानी विभाग के संयुक्त सचिव (विधि) सुश्री अंजू सिंह, संयुक्त सचिव, श्री राम शंकर उपस्थित थे।