DGP भट्टी को लेकर सम्राट चौधरी बोले- सरकार उन्हें काम नहीं करने दे रही

पटना

Desk : बिहार में महागठबंधन सरकार के एक साल पूरे होने पर बीजेपी पूरे राज्य में धिक्कार मार्च निकालेगी और नीतीश-तेजस्वी की सरकार की नाकामी को उजागर करेगी। गुरुवार को पटना से इसकी शुरूआत करते हुए बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने तीखा हमला बोला। इस दौरान उन्होंने बिहार में बढ़ती अपराध की घटनाओं को लेकर कहा कि सरकार डीजीपी को काम नहीं करने दे रही है, इसलिए वे बिहार छोड़कर भाग रहे हैं।

सरकार के एक साल पूरे होने पर सम्राट चौधरी ने कहा कि आज बिहार के विकास की पुष्यतिथि है। आज के दिन ही घमंडी गठबंधन के लोगों ने बिहार में सरकार बनाया था। महागठबंधन की सरकार में जब युवाओं ने नौकरी मांगी तब लाठी चलाई गई। जब बिजली मंगा गया तो सरकार ने गोली चलवाई। बढ़ते अपराध पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश तेजस्वी की सरकार क्राइम कंट्रोल पर बिहार के डीजीपी को काम नहीं करने दे रही है, जिसके कारण वे राज्य छोड़कर भाग रहे हैं।

सम्राट चौधरी ने कहा कि डीजीपी आरएस भट्टी बिहार छोड़कर भाग रहे हैं। डीजीपी चाहते हैं कि बिहार सरकार कोई काम करने के लिए उन्हें नहीं दे रही है और सुशासन को स्थापित नहीं करने दिया जा रहा है तो इससे अच्छा वे दिल्ली में ही रहें। उन्होंने कहा कि बिहार में कोई डीजीपी नहीं है, कोई सुशासन नहीं है और कोई व्यवस्था नहीं है। सारी चीजों का दोहन किया जा रहा है। बेगूसराय में दलित लड़की को नंगा कर के पीटा गया और सरकार ने कोई कारवाई नहीं की। आज दलित समाज बिहार में अपने स्वजनों के शवों का क्रिया कर्म भी नहीं कर पा रहा है। तुष्टीकरण के चक्कर में सरकार कोई कार्रवाई नही कर रही है।

उन्होंने कहा कि आज बिहार के विकास की पुण्यतिथि है। नीतीश कुमार के राज में न सुशासन रहा और ना ही विकास हुआ। करोड़ों की लागत से बना पुल गिर गया पर आज तक एफआईआर दर्ज नहीं हुआ। पूरी तरह केवल घोटाला हो रहा है। हमलोग नीतीश कुमार को सीएम बनाने के लिए जेल गए थे। बिहार के लोगों को नीतीश कुमार ने शराबी बनाया। किसी गांव में बैठकर फोन घूमने से होम डिलीवरी हो जाएगी। नीतीश कुमार इस घोटाले के दोषी है। बिहार की सरकार भी कट और पेस्ट में चल रही है। राज्य में नल जल योजना पूरी तरह फेल हो गई है। नीतीश कुमार देश के अनोखे मुख्यमंत्री हैं जिसको आज की बात कल याद नहीं रहती और कल भी बात आज याद नहीं रहती।