-भाजपा 2025 में दो तिहाई बहुमत के साथ सत्ता में आने के बाद भी उनके आश्रम का ख्याल पूर्ण रूप से रखेगी
-दशकों तक राजद की लाठी और गाली खा-खाकर संघर्ष करने वाले जदयू कार्यकर्ताओं को आज अपने नेतृत्व पर लज्जा आ रही होगीजदयू कार्यकर्ताओं का जमीर कभी भी तेजस्वी को अपना नेता नहीं मान सकता
-जदयू कार्यकर्ताओं के साथ हमारी सहानुभूति
-दशकों तक कंधे से कंधा मिलाकर काम करने के कारण जदयू के कार्यकर्ताओं का दर्द हमसे बेहतर कोई और नहीं समझ सकता
-भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने जदयू कार्यकर्ताओं को अमित शाह जी की सभा में आने का दिया निमन्त्रण, कहा पहले की तरह मान-सम्मान बरकरार रहेगा
Patna, Desk : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने आश्रम प्रकरण पर आज कहा कि शिवानंद तिवारी ने नीतीश के भविष्य को लेकर राजद के प्लान का खुलासा कर दिया है. राजद-जदयू के आपसी ‘प्रेम और वफ़ादारी’ का ‘इतिहास’ देखते हुए यह तय है कि 2024 के बाद नीतीश जी के पास आश्रम में धूनी रमाने के अलावा कोई अन्य काम नहीं बचने वाला. बहरहाल नीतीश जी के आश्रम निर्माण में राजद साथ दे या न दे, भाजपा 2025 में दो तिहाई बहुमत के साथ सत्ता में आने के बाद भी उनके आश्रम का ख्याल पूर्ण रूप से रखेगी.
उन्होंने कहा कि पीएम बनने के फेर में नीतीश भले ही राजद-कांग्रेस के समक्ष घुटने टेक चुके हों, लेकिन इसने उनके कार्यकर्ताओं को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है. दशकों तक राजद की लाठी और गाली खा-खाकर संघर्ष करने वाले उनके कार्यकर्ताओं को आज अपने नेतृत्व पर लज्जा आ रही होगी। जदयू के जमीनी कार्यकर्ताओं को आज जनता के सामने जाने मे भी शर्म आ रही होगी. उसपर से नीतीश जी ने तेजस्वी को उत्तराधिकारी मान कर जिस तरह से राजद में विलय के संकेत दिए हैं, उससे उनके कार्यकर्ताओं के साथ हमारी पूरी सहानुभूति है.
डॉ जायसवाल ने कहा कि पीएम बनने के लिए नीतीश भले ही अपनी ‘अंतरात्मा’ को मार चुके हैं, लेकिन उनके अधिकांश नेताओं का ‘आत्मसम्मान’ अभी भी जिंदा है. इनका जमीर कभी भी तेजस्वी को अपना नेता नहीं मान सकता. जदयू के ऐसे सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं को हमारा निमंत्रण है कि कल पूर्णिया में आयोजित माननीय गृहमंत्री अमित शाह की विशाल जनसभा में अवश्य आयें. भाजपा विचारधारा पर बनी हुई और कार्यकर्ताओं की पार्टी है. दशकों तक कंधे से कंधा मिलाकर काम करने के कारण जदयू के कार्यकर्ताओं का दर्द हमसे बेहतर कोई और नहीं समझ सकता. इस जनसभा में उन सभी का मान-सम्मान पहले के समान ही बरकरार रहेगा.