Patna, StateDesk : स्मार्ट प्रीपेड मीटर पर उपभोक्ताओं की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए बीएसपीएचसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंधनिदेशक संजीव हंस ने EESL के अधिकारियों के साथ बैठक कर गाइडलाइन्स का पालन करने का निर्देश दिया है। हंस ने EESL अधिकारियों से उपभोक्ताओं के साथ हो रही परेशानी पर रोष व्यक्त किया। उधर उर्जा मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने भी बीएसपीएचसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए आगामी एक सितंबर को दिल्ली में डिस्कॉम एजेंसियों और EESL के अधिकारियों की बैठक बुलाई है।
हंस ने EESL के अधिकारियों से कहा है कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर के उपभोक्ताओं को तीन दिन में हर हाल में वेलकम मैसेज मिलनी चाहिए। साथ ही जब उपभोक्ता अपना मीटर रिचार्ज करते हैं तो जो रकम कटती है, वो किस मद में कहां कटी इसका मैसेज उपभोक्ता के मोबाईल पर तुरंत जाना चाहिए। उपभोक्ता किसी भी तरह अपनी कटी हुई रकम को लेकर अंधकार में न रहे तथा पारदरर्शिता बनी रहे ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित होनी चाहिए। EESL के अधिकारियों ने हंस को जल्दी ही स्मार्ट प्रीपेड मीटर से संबंधित सभी मुद्दों का त्वरित गति से समाधान करने का अश्वासन दिया है।
हाल में हंस ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने और उससे होने वाली समस्याओं को दूर करने में हो रही कठिनाई के लिए केंद्र सरकार की एजेंसी EESL (एनर्जी एफिशियंसी सर्विसेज लि.) और फ्रांस की कंपनी EDF को पत्र लिख कर मीटर में आ रही परेशानियों को दूर करने का निर्देश दिया था। उन्होंने कहा था कि ऐप पर समय से बैंलस अपडेट नहीं होना, मीटर लगने के 30 दिन बाद भी खराब स्मार्ट मीटरों को बदला नहीं जाना सहित कई शिकायतें बड़ी संख्या में मिल रही हैं। इसके बावजूद उपभोक्ताओं की शिकायतों के निवारण के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गयी है। फलस्वरूप स्मार्ट मीटर के उपभोक्ताओं की शिकायतों का निवारण वितरण कंपनियों की सामान्य व्यवस्था के माध्यम से ही करना पड़ रहा है।
उपभोक्ताओं को रिचार्ज के बाद कटने वाले राशि का विस्तृत विवरण नहीं रहने पर रिचार्ज की राशि का लेखा समझने मे परेशानी थी और जिससे कई प्रकार की भ्रांतियां फैल रही थी। बिजली कंपनी ने तीन सौ किस्तों में पुराने बकाया को एडजस्ट करने का प्रवाधान दिया था पर EDF द्वारा पुराने बकाया को काटने की प्रक्रिया भी अभी स्थिर नहीं की जा सकी है। बिहार बिजली स्मार्ट मीटर एप के एरियर(बकाया) मैनेजमेंट की त्रुटि को अविलंब दूर करने और उपभोक्ताओं को एप मे ही बकाया का समायोजन का पूरा लेखा दर्शाये जाने के लिए कहा गया है।