मरा कोई और चर्चा किसी और की होने लगी,तिरहुत स्नातक क्षेत्र उपचुनाव में प्रत्याशी राजेश कुमार रौशन की मौत!

पटना

स्टेट डेस्क/पटना: तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी राजेश कुमार रौशन की रविवार सुबह मौत हो गयी। लेकिन उनकी मौत के साथ भूलवश एक दूसरे प्रत्याशी राकेश रौशन का नाम जुड़ गया! एक वेबसाइट पर खबर चलने लगी। खबर में मृतक के पिता का नाम बृजनाथी सिंह बताया जा रहा था। इससे राकेश रौशन को जानने वाले लोगों के बीच हड़कंप मच गया। खबर की पुष्टि करने के लिए इधर-उधर फोन पर संपर्क साधने लगे।

इसी दौरान राकेश रौशन के परिजन ने खबर का खंडन‌ किया। बताया कि जिस प्रत्याशी की मौत हुई है,वह मुजफ्फरपुर के सुस्ता के रहने वाले राजेश कुमार रौशन थे। वह भाजपा के नेता थे। उनकी मौत की खबर में उनके पिता के तौर पर स्व. बृजनाथी सिंह का नाम भूलवश लिख दिया गया था।

राजेश कुमार रौशन ने शुक्रवार को नामांकन किया था। रविवार की सुबह हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गयी।
बताया जाता है कि राजेश तिरहुत स्नातक क्षेत्र से चुनाव लड़ने की तैयारी लंबे समय से कर रहे थे। लेकिन गठबंधन के कारण सीट जेडीयू के खाते में चली गयी। जेडीयू ने अभिषेक झा को उम्मीदवार बना दिया। तब राजेश ने निर्दलीय चुनाव लड़ना तय किया।

स्वामी सहजानंद सरस्वती विचार मंच चलाने वाले राजेश ने शुक्रवार को नामांकन दाखिल किया था। भूमिहार जाति से आने वाले राजेश की नजर भूमिहार वोटरों पर थी। हालांकि उनके चुनाव मैदान में उतरने को लेकर एक दूसरी कहानी भी सुनाई जा रही थी। बताया जा रहा था कि उनको राकेश रौशन का वोट काटने के लिए चुनाव में उतारा गया था।

क्योंकि नाम का पहला अक्षर एक समान रहने की वजह से बैलेट पेपर पर दोनों का नाम ऊपर नीचे रहने की उम्मीद थी। ऐसा होने पर भ्रमवश वोट भी इधर-उधर पड़ने की आशंका बढ़ जाती है। इसका खामियाजा मजबूत उम्मीदवार को उठाना पड़ता है।

राकेश रौशन बृजनाथी सिंह के पुत्र हैं। वैशाली क्षेत्र में उन्होंने अच्छी संख्या में वोटर बनाये हैं। उनकी सक्रियता प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों को परेशान कर रही है। जेडीयू के प्रत्याशी अभिषेक झा मोतिहारी के रहने वाले हैं। उन्हें बाहरी बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि वह तिरहुत स्नातक क्षेत्र (सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, वैशाली) के है ही नहीं! राजद के उम्मीदवार गोपी किशन पूर्व विधायक केदार प्रसाद के पुत्र हैं।

तिरहुत स्नातक क्षेत्र उपचुनाव में राजेश रौशन समेत कुल आठ प्रत्याशियों ने नामांकन किया था। राजेश की मौत के बाद अभिषेक झा (जेडीयू), गोपी किशन (राजद), राकेश रौशन (निर्दलीय), राजेश भूषण, बंशीधर बृजवासी ,ऋषि कुमार अग्रवाल,प्रणय कुमार मैदान में रह गये हैं। नाम वापसी की तारीख 19 नवंबर है। 5 दिसंबर को मतदान और 9 दिसंबर को मतगणना होगी।