बोले तेजस्वी, 2024 में पराजय के बाद 2025 के बिहार विधान सभा चुनाव में भाजपा कहीं दिखाई नहीं पड़ेगी

पटना

स्टेट डेस्क/पटना : उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि आज जिस दौर से देश गुजर रहा है उसमें राजद के साथियों की जिम्मेवारी काफी बढ़ गयी है। देश के सामने उत्पन्न चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए हमें पंचायत और बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत करना होगा। पार्टी के साथियों को वैचारिक रूप से लैस होना जरूरी है। हम सबों के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू जी शुरू से पार्टी को बूथ स्तर तक मजबूत करने की पहल करते रहे हैं। हम आज उस दिशा में बढ़ रहे हैं। पार्टी को बूथ स्तर तक मजबूत करने की दिशा में हमें आप साथियों के सहयोग से काफी सफलता मिली है। लेकिन एकजुट होकर अभी हमें और भी मेहनत करने की आवश्यकता है। राष्ट्रीय जनता दल आज देश की सबसे बड़ी जनाधार वाली पार्टी है, इसे और भी विस्तारित करने की आवश्यकता है। जिलाध्यक्ष पार्टी की रीढ़ होते हैं। कार्यकर्ताओं को जोड़े रहने की जिम्मेवारी उनके उपर ही होती है। तेजस्वी सोमवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित आंबेडकर परिचर्चा कार्यक्रम के प्रशिक्षण प्रभारियों एवं जिलाध्यक्षों की संयुक्त बैठक को संबोधित कर रहे थे।

तेजस्वी ने कहा, हमें अन्तिम पायदान के लोगों को मुख्यधारा में लाने का काम करना है। राजद पहली ऐसी पार्टी है जिसने अतिपिछड़ी और दलित समुदाय को अधिक से अधिक भागीदारी देने के उद्देश्य से सांगठनिक स्तर पर आरक्षण की व्यवस्था लागू की है। इस बार तीन महिलाओं को मुख्य पार्टी का जिलाध्यक्ष पद की जिम्मेवारी दी गई है। तेजस्वी ने कहा कि आज देश में अघोषित आपातकाल की स्थिति है। देश आज महंगाई, बेरोजगारी, बेबसी और लाचारी से त्रस्त है। पर, देश चलाने वालों को नौजवानों, किसानों, कामगारों और व्यवसायियों की कोई चिंता नहीं है। संविधान और लोकतंत्र आज खतरे में है। देश की संपतियां बेची जा रही है। ऐसी स्थिति में राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद जी की पहल पर बिहार में जो सात दलों का गठबंधन बना इसका असर आज पूरे देश में दिखाई पड़ रहा है।

बिहार में महागठबंधन बनने के बाद हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में भाजपा की करारी हार हुई है। गुजरात, उत्तर प्रदेश, उतराखंड और आसाम को छोड़कर अन्य राज्यों में चोरी, बेईमानी और असंवैधानिक सरकार है। दक्षिण में भाजपा साफ है। नार्थ इस्ट में असम छोड़कर अन्य जगहों पर क्षेत्रीय दलों के मुख्यमंत्री हैं। भाजपा को पिछले लोकसभा चुनावों में मिली जीत उसका उच्चतम स्कोर है। जो स्थितियां बन रही है 2024 में भाजपा का सफाया निश्चित है। साम्प्रदायिक और विभाजनकारी शक्तियों से देश को मुक्त करने के लिए बिहार से जो शुरूआत हुई है इसकी गूंज पूरे देश में सुनाई पड़ रही है। 2024 में पराजय के बाद 2025 के बिहार विधान सभा चुनाव में भाजपा कहीं दिखाई नहीं पड़ेगी। बिहार जेपी की भूमि रही है। देश को बराबर एक दिशा देने का काम करती रही है। मुझे अपने फायदे का कोई लोभ नहीं है।

देश का जिसमें फायदा हो वही मेरा फायदा है। लोगों को भ्रमित करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से तरह-तरह की बातें और अफवाहें फैलायी जाती रही है। जैसे-जैसे चुनाव का समय नजदीक आयेगा वैसे-वैसे तरह-तरह की बातें और अफवाहें फैलायी जायेगी, इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। हम जिस मिशन को लेकर बढ़ रहे हैं उस मिशन पर हमसबों को काम करते रहना है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह ने कहा कि संगठन को गांव और बूथ स्तर तक ले जाने की पहल जो हमारे साथियों ने की है उसका परिणाम अच्छा आ रहा है। कहीं कुछ कमी है तो आप साथियों के सहयोग से उसे भी पूरा कर लेना है। किसी भी संघर्ष को हमें आप साथियों के सहयोग से जीतने में निश्चित रूप से कामयाबी मिलेगी। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश प्रधान महासचिव रणविजय साहू ने किया।

राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने बताया कि इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने सभी नवमनोनीत जिलाध्यक्षों को प्रमाण पत्र दिया। प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह एवं प्रधान महासचिव रणविजय साहू ने सभी जिलाध्यक्षों को शाॅल देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चैधरी, विधान परिषद के उपसभापति डा रामचन्द्र पूर्वे, राष्ट्रीय महासिचव श्याम रजक, भोला यादव, बिनू यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष वृषिण पटेल, अशोक कुमार सिंह, डा तनवीर हसन, रामलखन राम रमण, शिवचन्द्र राम, मुजफ्फर हुसैन राही, प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव, चितरंजन गगन, एज्या यादव, सारिका पासवान, प्रदेश महासचिव, मदन शर्मा, फैयाज आलम कमाल, डा प्रेम कुमार गुप्ता, बल्ली यादव, निर्भय आंबेकर, भाई अरूण कुमार, संजय यादव, प्रमोद कुमार राम, श्रीमती मुकुंद सिंह सहित पार्टी के तमाम जिलाध्यक्ष, तथा आंबेडकर परिचर्चा कार्यक्रम के सभी प्रशिक्षण प्रभारी उपस्थित थे।