बीपी डेस्क। सीवान और छपरा में तथाकथित जहरीली शराब से हुई कई लोगों की मौतों को तेजस्वी यादव ने हत्या बताया है. नेता प्रतिपक्ष और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर गरुवार (17 अक्टूबर) को पोस्ट करते हुए नीतीश कुमार की एनडीए सरकार को घेरा है. शराबबंदी कानून को लेकर तेजस्वी यादव ने सवाल उठाए हैं.
तेजस्वी यादव ने लिखा, “सत्ता संरक्षण में जहरीली शराब के कारण 27 लोगों की हत्या कर दी गई है. दर्जनों की आंखों की रोशनी चली गई. बिहार में कथित शराबबंदी है लेकिन सत्ताधारी नेताओं-पुलिस और माफिया के गठजोड़ के कारण हर चौक-चौराहों पर शराब उपब्ध है. इतने लोग मारे गए लेकिन मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने शोक-संवेदना तक व्यक्त नहीं की. जहरीली शराब से, अपराध से प्रतिदिन सैकड़ों बिहारवासी मारे जाते हैं लेकिन अनैतिक और सिद्धान्तहीन राजनीति के पुरोधा मा. मुख्यमंत्री और उनकी किचन कैबिनेट के लिए यह सामान्य बात है.”
सरकार को घेरते हुए नेता प्रतिपक्ष ने आगे लिखा, “कितने भी लोग मारे जाएं लेकिन मजाल है किसी वरीय अधिकारी पर कोई कारवाई हो? इसके विपरीत उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा? अगर शराबबंदी के बावजूद हर चौक-चौराहे व नुक्कड़ पर शराब उपलब्ध है तो क्या यह गृह विभाग और मुख्यमंत्री की विफलता नहीं है? क्या मुख्यमंत्री जी होशमंद हैं? क्या CM ऐसी घटनाओं पर एक्शन लेने व सोचने में सक्षम और समर्थ हैं? इन हत्याओं का दोषी कौन?”
उधर आरजेडी के प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा है कि शराब माफिया सीएम आवास में जाकर फोटो खिंचवाता है. बिहार में जहरीली शराब प्रशासन परोस रहा है इसलिए लोग मर रहे हैं. पहले भी जहरीली शराब से लोग मर रहे थे, अभी भी मर रहे हैं. सरकार नींद से जागी नहीं. शराबबंदी वाले बिहार में अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. यह सब सत्ता के संरक्षण में हो रहा है. बिहार में शराबबंदी नहीं है. सरकार नाम की कोई चीज नहीं है.