DESK : मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज ‘समाधान यात्रा’ के क्रम में नालंदा जिले का भ्रमण कर विभिन्न विभागों के अंतर्गत चल रही विकास योजनाओं का निरीक्षण किया। यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने नालंदा जिलान्तर्गत प्रखंड रहुई के सुपासंग पंचायत स्थित उफरौल ग्राम का भ्रमण कर मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना क्लस्टर, धूसर जल प्रबंधन इकाई, हर घर पक्की गली नाली निर्माण सहित अन्य विकास कार्यों का जायजा लिया। लाभार्थियों के बीच मुख्यमंत्री ने सतत् जीविकोपार्जन योजना का किट वितरित किया। सतत् जीविकोपार्जन योजना द्वारा संपोषित जीविका दीदियों द्वारा संचालित किए जा रहे श्रृंगार, अंडा एवं किराना दुकान का मुख्यमंत्री ने मुआयना किया एवं जीविका दीदियों से बातचीत की। सतत् जीविकोपार्जन ने योजना लाभार्थी श्रीमती इंद्री देवी के निजी जमीन पर निर्मित बकरी शेड का मुख्यमंत्री ने निरीक्षण किया। भ्रमण के क्रम में बातचीत के दौरान बिहार महादलित विकास मिशन के तहत संचालित सरस्वती किशोरी समूह की बालिकाओं ने मुख्यमंत्री द्वारा लागू की गयी शराबबंदी की प्रशंसा की एवं दहेज प्रथा तथा बाल विवाह के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान का समर्थन किया। सुपासंग पंचायत एवं आसपास के इलाकों को बाढ़ से सुरक्षित रखने के लिए बनाए गए बांध का भी मुख्यमंत्री ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बांध को मजबूत बनाए रखें इसके दोनों तरफ के पईन को और गहरा करें ताकि जल संग्रहित रहे और उसका उपयोग हो सके। बांध के दोनों तरफ पौधारोपण कराएं। वर्षापात के समय लोगों को आवागमन में असुविधा न हो इसके लिए इस बांध पर रास्ता बना दिया जाएगा ।
जल – जीवन – हरियाली अभियान के तहत पंचायत सुपासंग सरकार भवन के समीप जीर्णोद्धार किये गए तालाब का मुख्यमंत्री ने मुआयना कर तालाब के निचले हिस्से में पौधारोपण का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि तालाब को और गहरा कराएं ताकि अधिक से अधिक पानी संग्रहित रहे मुख्यमंत्री ने जिले में किये गए मुख्य कार्यों से संबंधित लगाई गई प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को मुख्यमंत्री ने चाबी प्रदान किया । साथ ही मुख्यमंत्री निःशक्त जन विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना, मुख्यमंत्री अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना के लाभार्थियों को सांकेतिक चेक प्रदान किया गया। बिहार महादलित विकास योजना रैयती भूमि की क्रय नीति के तहत लाभुकों को बंदोबस्त भूमि पर कॉलोनी निर्माण की चाबी प्रदान की गयी। जीविका दीदियों द्वारा लगायी गयी उत्पादों की प्रदर्शनी का मुख्यमंत्री ने मुआयना किया। मुख्यमंत्री ने नालंदा के छात्रावासों में नियोजन कैंप के माध्यम से युवाओं को दी गयी नौकरी से संबंधित नियुक्ति पत्र प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने ग्राम मिर्जापुर में भी विकासात्मक कार्यों का निरीक्षण किया एवं लोगों की समस्याएं सुनीं। निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने हर घर बिजली, हर घर पक्की गली-नाली, हर घर नल का जल योजना समेत अन्य योजनाओं के संबंध में जमीनी प्रगति देखी।
मुख्यमंत्री ने बिहारशरीफ नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत मोगलकुआं से रहुई की तरफ जाने वाले पथ का शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने पथ का निरीक्षण किया। बिहार नगर निगम परिसर में बिहारशरीफ स्मार्ट सिटी के अंतर्गत इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का शिलापट्ट का अनावरण कर मुख्यमंत्री ने उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के कंट्रोल रूम से नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव श्री आनंद किशोर ने लाइव प्रसारण के जरिए मुख्यमंत्री को इसकी उपयोगिता के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। श्री आनंद किशोर ने बताया कि यह बिहार का पहला इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर है जिसने काम करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा मुजफ्फरपुर, भागलपुर एवं पटना में भी इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की स्थापना की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहारशरीफ के बाहरी हिस्से में सड़कों के चौड़ीकरण के साथ ही फोरलेन, आर०ओ०बी० आदि का निर्माण किया जा रहा है लेकिन इसके अंदरूनी हिस्सों में संकीर्ण रास्तों के चौड़ीकरण का काम भी तेजी से कराएं। हर घर पक्की गली व नाली आदि का निर्माण भी कराएं। सभी वार्ड में सड़क ठीक रहे, इसका विशेष रूप से ख्याल रखें। विकास कार्य जो कराए गए हैं, उसे मेंटेन रखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले इस जगह का नाम बिहार था, हमने इसका नाम बिहारशरीफ कराया क्योंकि इस राज्य का नाम भी बिहार है। एम०एल०ए०, एम०पी० रहते हुए भी हम इस इलाके में घूमते रहे हैं। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने इंटीग्रेटेड कमांड एवं कंट्रोल सेंटर भवन का निरीक्षण किया।
बिहारशरीफ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली बार भी यहां आकर हमने एक-एक चीज का निरीक्षण किया था। इस इलाके से मेरा पुराना लगाव रहा है। पटना जिला और नालंदा जिले से हम एम०एल०ए० और एम०पी० रहे हैं। अपने इलाके में हम एक-एक क्षेत्र में जाकर घूमे हैं। बिहारशरीफ को हमने हमेशा देखा है। बिहारशरीफ को लेकर हमने जो पहले कहा था उसमें से बहुत कुछ बनकर तैयार हो गया है। पिछली बार जब हम यहां आये थे तो हमने कहा था कि बिहारशरीफ के अंदर की सड़कों को भी ठीक करना है। बिहारशरीफ के अंदर की कुछ सड़कों को ठीक भी कराया गया है। हमने आज फिर कह दिया है एक भी सड़क को नहीं छोड़ना है, सभी को ठीक करा देना है। बिहार की आधी आबादी में आयी जागरुकता के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जहां भी जा रहे हैं महिलाएं अपनी बात हमें बता रही हैं। जब तक हम लोगों की बातों को नहीं सुनेंगे तो जानेंगे कैसे? हम तो सभी इलाकों में घूमते रहे हैं और लोगों की बातों को सुनते रहे हैं। जब हम एम०एल०ए० एम०पी० थे तब भी घूम-घूमकर लोगों से मिलकर उनकी बातों को सुनते थे। जब हम एम0एल0ए0 थे तो वर्ष 1985 से एक-एक क्षेत्र में घूमते थे। बाद में हम वर्ष 1989 में एम0पी0 बन गये। वर्ष 2004 में हम नालंदा से भी एम0पी0 बने। हम लगातार इन क्षेत्रों में घूमते रहे हैं और एक-एक कार्य को देखते रहे हैं। बिहारशरीफ काफी महत्वपूर्ण शहर है। पहले इसका नाम बिहार था, जबकि अपने राज्य का भी नाम बिहार है। हमने कहा था कि इसको बिहारशरीफ कहा जाय
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग काफी समय से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करते रहे हैं। इसको लेकर हमलोगों ने कई बार आंदोलन किया है। वर्ष 2011, 2012 एवं 2013 में इसको लेकर कई कार्यक्रम किये गये थे। हमलोग शुरु से ही इसकी मांग करते रहे हैं। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को अब तक नहीं माना गया है। हमलोग बिहार के विकास को लेकर अपनी तरफ से काम कर रहे हैं। जाति आधारित गणना पर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अब सुप्रीम कोर्ट ने इसके पक्ष में अपना फैसला दिया है जबकि बहुत लोग समझ रहे थे कि फैसला इसके विपरीत आयेगा । जाति आधारित गणना सबके हित में है। जनगणना कराना केंद्र सरकार का काम है, हमलोग जाति आधारित गणना करवा रहे हैं। हमलोग अपने राज्य में एक-एक चीज की जानकारी के लिए इसे कर रहे हैं। हमलोग सभी लोगों की आर्थिक स्थिति की जानकारी चाहते हैं। जब एक-एक चीज की जानकारी होगी तो विकास के काम को आगे बढ़ाने में सुविधा होगी। कैसे लोगों की मदद करें, कैसे लोगों को आगे बढ़ायें, इसी मकसद से जाति आधारित गणना करवाया जा रहा है। इसे सभी पार्टी की सहमति से करवाया जा रहा है। हमने अखबार में देखा था कि बिहारशरीफ के ही किसी व्यक्ति ने इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। नगर निकाय चुनाव में अति पिछड़े को आरक्षण और जाति आधारित गणना मामले में कोर्ट से मिली सफलता के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि नगर निकाय चुनाव में अतिपिछड़े को आरक्षण को लेकर हमलोगों ने कमिटी बनाकर सर्वेक्षण कराया और हाईकोर्ट को बता दिया। हाईकोर्ट ने नगर निकाय चुनाव कराने की अनुमति दे दी और चुनाव सफलतापूर्वक हो गया। नगर निकाय का चुनाव सफलतापूर्वक होने से लोगों में काफी खुशी है। अब सभी नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों ने अपना काम करना भी शुरु कर दिया है।
केंद्र सरकार द्वारा भी कैंप लगाकर नौकरी देने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम श्रद्धेय अटल बिहारी बाजपेयी जी की सरकार में रेल मंत्री थे तो हमने रेलवे में काफी तादाद में युवकों को नौकरी दिलवायी थी। हमलोगों ने रेलवे को काफी विकसित किया था। रेलवे में युवाओं को नौकरी मिलनी ही चाहिए। रेलवे बजट पर जब सदन में चर्चा होती थी तो रात भर सदन को चलाना पड़ता था। हम जितने दिन केंद्र सरकार में मंत्री रहे तो बजट के समय रात भर सदन में चर्चा होती थी। इसको लेकर उस समय काफी चर्चा होती थी। संसद के सभी सदस्य इस पर अपनी राय रखते थे। रेलवे का काफी महत्व है हमलोग तो चाहते हैं कि रेलवे का बजट अलग से हो। आने-जाने को लेकर एक-एक लोगों को रेलवे में रूचि रहती है। आबादी बढ़ी है तो रेलवे को और आगे बढ़ाना जरुरी है। युवाओं की बहाली होनी ही चाहिए । हमलोग तो चाहते हैं कि पहले की तरह रेलवे का अलग से बजट होना चाहिए। पता नहीं क्या इनलोगों को हुआ कि रेलवे को आम बजट के साथ मिला दिया गया। पहले रेलवे बजट की पूरे देश में चर्चा होती थी। रेलवे बजट में सभी पार्टी के संसद सदस्य हिस्सा लेते थे। केंद्र सरकार में मंत्री के रुप में हमलोग जब काम करते थे सभी लोग उसको पसंद करते थे। सभी लोगों को बैठाकर उनका काम करते थे। ऐसा करने में मुझे काफी खुशी होती थी। इन सब चीजों को याद रखना जरुरी है। हमलोग सब दिन श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी को याद रखेंगे। उनके प्रति मेरा हमेशा सम्मान रहेगा आपलोग कभी श्री लालकृष्ण आडवाणी जी से भी पूछ लीजिए ।
पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र से मेरा पुराना लगाव रहा है। पहले भी मेरा यहां आना-जाना लगा रहा है। आप जानते हैं कि पिछले वर्ष भी हम एक चक्कर अपने पुराने क्षेत्रों में लगा चुके हैं, वो एक अलग विषय है लेकिन इस बार भी हम हर जिले में जा रहे हैं। पिछली बार 12 जिलों का दौरा किया गया था, अब शेष बचे जिलों में हमलोग जा रहे हैं। उसी सिलसिले में घूम रहे हैं तो कई जगहों पर लोगों ने दिखाया है जो काम हुआ है और जो काम हो रहा है। ये बहुत अच्छी बात है और लोगों से भी बात हुई है। यहां पर देखिए कितना अच्छा काम हुआ है। आप बिहारशरीफ को जानते हैं। हमने ही इसे बिहारशरीफ कहना शुरू कराया। आप सोच लीजिए इसका तो विशेष ध्यान देना ही है। इसी नाम का पूरा राज्य है। यह ऐतिहासिक स्थल है इसीलिए हमने कह दिया है कि शहर के अंदर की जितनी सड़कें हैं और रास्ता है सब ठीक कराइए। पिछली बार भी हमने कहा था और अब भी कहे हैं, कुछ हुआ है और कुछ हो रहा है। कल आप शिक्षक की भूमिका में दिखे थे और आज इंजीनियर की भूमिका में, आपने बांध पर एक-एक चीज को जाकर देखा, पत्रकारों के इस सवाल पर मुख्यमंत्री जोर से हंसे और कहा कि हम जनता के सेवक हैं और कोई भूमिका नहीं है। हम लोगों के हित में काम करते हैं। बाकी सब चीज अपनी जगह पर है, किसी चीज को जानना । सब देखना जरूरी है। हम जो कर रहे थे जाति आधारित गणना, उस पर भी सुप्रीम कोर्ट का फैसला हमलोगों के पक्ष में आ गया है। कुछ लोग इसी को रोकने की कोशिश कर रहे थे जो गलत साबित हुए। स्थानीय जनप्रतिनिधियों, नेताओं एवं जिला प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया गया। भ्रमण के दौरान ग्रामवासियों ने जगह-जगह मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
इस अवसर पर वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री सह नालंदा जिले के प्रभारी मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन मंत्री श्री संजय कुमार झा, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो0 जमा खान, ग्रामीण विकास मंत्री श्री श्रवण कुमार, सांसद श्री कौशलेंद्र कुमार, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त परामर्शी श्री मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, अपर मुख्य सचिव लघु जल संसाधन श्री रवि मनुभाई परमार, नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव श्री आनंद किशोर, जल संसाधन विभाग के सचिव श्री संजय अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, सचिव अनुसूचित जाति / जनजाति कल्याण श्री देवेश सेहरा, जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सह मिशन निदेशक जल- जीवन – हरियाली अभियान श्री राहुल कुमार, आयुक्त पटना प्रमंडल श्री कुमार रवि, पुलिस महानिरीक्षक पटना प्रक्षेत्र श्री राकेश राठी, जिलाधिकारी नालंदा श्री शशांक शुभंकर, पुलिस अधीक्षक नालंदा श्री अशोक मिश्रा, नगर आयुक्त बिहारशरीफ श्री तरनजोत सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं वरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।