विपिन कुमार। राज्य स्तरीय युवा उत्सव, 2024 के समापन सत्र का आयोजन आज दिनांक 2.12.2024 को गांधी मैदान स्थित मुख्य मंच से भव्य एवं उल्लासपूर्ण माहौल में किया गया। प्रारंभ उत्साह, उमंग और उत्सुकता से लबरेज था जबकि समापन सफलता से आप्लावित, संतृप्त व उल्लसित।
राज्य के 38 जिलों से आए युवा कला प्रतिभाओं का पूरे मनोयोग, निश्छलता एवं अनुशासन के साथ आतिथ्य सत्कार कर जिला गौरवांवित हुआ। निर्माण से 30 वर्षों के सफर में जिला ने सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण आयोजन संपादित कर इस दिशा में मील स्तंभ स्थापित किया।
छोटा नागपुर पठार के उतरी-पश्चिमी छोर के ठीक आगे से गुजरती उत्तर वाहिनी किउल नदी के तट पर बसा बौद्ध काल का सुप्रसिद्ध शहर कृमिला या कहें आज का लखीसराय, पिछले तीन दिनों तक बिहार भर के चुनिंदे युवाओं के उत्कृष्ट कलाओं और सांस्कृतिक गतिविधियों से गुलजार रहा।
शहर ने कला और संस्कृति के क्षेत्र में सृजित होते नूतन कीर्तिमानों को अपनी आंखों से देखा और सहर्ष अपनी सहभागिता प्रस्तुत किया। पिछले दो दिनों तक शहर के विभिन्न स्थानों पर अलग अलग विधाओं की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थी, जिसके प्रथम, द्वितीय व तृतीय विजेताओं को आज गांधी मैदान के मुख्य मंच पर आज के मुख्य अतिथि श्री विजय कुमार सिन्हा, माननीय उपमुख्यमंत्री सह मंत्री, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार द्वारा पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम का आरंभ माननीय उपमुख्यमंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा और सूर्यगढ़ा के माननीय विधायक श्री प्रहलाद यादव के सम्मान से हुआ। इसके बाद आदरणीय आगंतुकों एवं कार्यक्रम से जुड़े राज्य से जिला स्तर तक के सभी पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया। इस बीच विद्यापीठ लखीसराय की कला टीम ने शानदार गीत प्रस्तुत कर आगत मेहमानों का स्वागत किया।
उत्सव की विभिन्न प्रतियोगिताओं में निर्णायक की भूमिका निभाने वाले सभी सुप्रसिद्ध विद्वतजनों को विभाग की ओर से अंग वस्त्र अर्पित कर सम्मानित किया गया।
कला संस्कृति विभाग के सचिव दया निधान पांडे ने उपस्थित सभी युवा प्रतिभागियों को आशीर्वचन देते हुए भविष्य में और बेहतर करने की शुभकामना दी और जिला प्रशासन को बेहतर आयोजन के लिए धन्यवाद दिया।
सूर्यगढ़ा के माननीय विधायक श्री प्रहलाद यादव ने अपने उदबोधन में नई पीढ़ी के लिए कला और संस्कृति के महत्त्व को रेखांकित करते हुए प्रतिभागियों को ऊर्जान्वित किया।
माननीय उपमुख्यमंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा ने अपने संबोधन में युवाओं के लिए कला और संस्कृति के क्षेत्र में ग्राउंड स्तर पर वास्तविक कार्य करवाने का वादा किया, जिसका प्रतिफल सबको दिखेगा। माननीय उपमुख्यमंत्री के द्वारा युवाओं को अपने परिवार को पांच अभिशाप से मुक्त करने पांच संस्कार से युक्त करने और पांच सामाजिक सम्मान प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया उनके द्वारा प्रतिभा का सम्मान राष्ट्र का उत्थान का नारा दिया गया। माननीय उपमुख्यमंत्री जी के द्वारा पंडाल में उपस्थित सभी प्रतिनिधि सभी पदाधिकारी और सभी प्रतिभागियों को इस आशय का संकल्प दिलाया।
माननीय उपमुख्यमंत्री के द्वारा कला संस्कृति और विरासत को बढ़ावा देने के लिए सभी विधाओं का शिक्षा विभाग से मिलकर वर्ग 8 से ही प्रशिक्षण आयोजित करने की घोषणा की गई साथ ही सभी जिला में अटल कला भवन बनाने की घोषणा भी की गई। इसके बाद निर्णायक मंडल के एक सदस्य मनोहर ओझा के द्वारा इस 3 दिन के कार्यक्रम से जुड़े अनुभव को उपस्थित लोगों के बीच शेयर किया गया। पटना भागलपुर जिले के प्रतिभागी के द्वारा भी एक-एक मिनट में अपना अनुभव साझा किया गया।
इसके बाद पटना जिला के द्वारा समूह लोग गायन और पुन: समूह लोक नृत्य सामा चकेवा प्रस्तुत किया गया । लखीसराय की ओर से आभार स्वरूप बालिका विद्यापीठ की बच्चियों के द्वारा समूह और लोक नृत्य प्रस्तुत किया गया। इसके बाद क्रम से 3 दिन के कार्यक्रम में अपने प्रतिभा का लोहा बनाने वाले युवाओं को क्रमवार अलग-अलग विधाओं के प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को उद्घोषक सोमा चक्रवर्ती एवं डॉ विजय मिश्रा के द्वारा क्रमवार मंच पर बुलाया गया तथा माननीय उपमुख्यमंत्री बिहार सरकार के द्वारा मेडल देकर प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया।
एकल लोकनृत्य में प्रथम पुरस्कार प्रिया रंजन कुमारी लखीसराय, द्वितीय पुरस्कार शिल्पी कुमारी सहरसा,तृतीय पुरस्कार चांदनी कुमारी जहानाबाद।
कविता लेखन में प्रथम पुरस्कार आर्या रानी,बांका, द्वितीय पुरस्कार तौसीफ आलम,कैमूर, तृतीय पुरस्कार शिवम कुमार, मुजफ्फरपुर।
कहानी लेखन में प्रथम पुरस्कार सम्राट समीर, पटना, द्वितीय पुरस्कार आस्था, पूर्णिया, तृतीय पुरस्कार रितिक सिंह मौर्य कैमूर।
चित्रकारी में प्रथम पुरस्कार अंकिता कुमारी,कैमूर, द्वितीय पुरस्कार देव कृष्ण भागलपुर, तृतीय पुरस्कार संस्कृति पुरुषोत्तम वैशाली।
मूर्तिकला में प्रथम पुरस्कार आनंद कुमार सिंह,सारण द्वितीय पुरस्कार राजू कुमार मुंगेर तृतीय पुरस्कार गौरव कुमार गया।
विज्ञान प्रदर्शनी में प्रथम स्थान अरवल जिला के उज्जवल कुमार एवं समूह द्वितीय स्थान कटिहार जिला के अभिषेक आनंद एवं समूह एवं तृतीय स्थान औरंगाबाद जिला के सन्नी राज एवं समूह को प्राप्त हुआ।
शास्त्रीय नृत्य में मणिपुरी नृत्य में एकमात्र प्रतिभागी विष्णु कुमार अररिया जिला से शामिल हुए और वह प्रथम स्थान प्राप्त किया। ओडिसी नृत्य में दो प्रतिभागी शामिल हुए जिसमें सत्यम कुमार झा मुजफ्फरपुर से प्रथम और श्रुति कुमारी दरभंगा से द्वितीय स्थान प्राप्त की। कथक नृत्य में पटना की रिचा सुमन प्रथम स्थान पर भागलपुर की दीक्षा द्वितीय स्थान पर और दरभंगा की रंजीत प्रजापति तृतीय स्थान पर रही। भरतनाट्यम में एकमात्र प्रतिभागी अंशु कुमार पटना से शामिल हुए और वह प्रथम स्थान पर रहे।
हस्तशिल्प में प्रथम पुरस्कार छोटू पासवान अरवल , द्वितीय पुरस्कार जेवा प्रवीण भागलपुर, तृतीय पुरस्कार अदिति कुमारी पटना ।
टेक्सटाइल में प्रथम पुरस्कार ब्यूटी कुमारी, भागलपुर, द्वितीय पुरस्कार अंजली कुमारी, पश्चिम चंपारण,तृतीय पुरस्कार,पूजा कुमारी अरवल।
एग्रोप्रोडक्ट में प्रथम पुरस्कार प्रियंका कुमारी, पश्चिमी चंपारण, द्वितीय पुरस्कार
श्रीकांत कुमार, सारण, पल्लवी कुमारी शिल्पा अरवल।
एकल लोक गायन में सुनिधि सुमन पटना, देवदत्त कुमार लखीसराय द्वितीय स्थान दिलजीत कुमार भागलपुर तृतीय स्थान रहे।
सुगम हारमोनियम में प्रथम पुरस्कार सुनिधि आर्या बेगूसराय, द्वितीय पुरस्कार आकाश कुमार सिंह,शेखपुरा तृतीय पुरस्कार अमन कुमार भागलपुर।
शास्त्रीय गायन में अथर्व मानस पटना प्रथम , द्वितीय पुरस्कार जगजीत रोशन गया तृतीय पुरस्कार कीर्ति सिंह मधेपुरा।
वक़्तृता में प्रथम पुरस्कार आदित्य कुमार मधुकर पश्चिम चंपारण द्वितीय पुरस्कार के लिए दो नाम है प्रकाश पांडे गोपालगंज और प्रतिमा कुमारी सीतामढ़ी,तृतीय पुरस्कार पूजा कुमारी सहरसा।
छायाचित्र में मधुबनी के पवन कुमार प्रथम स्थान पर रहे, द्वितीय स्थान पर पाखी शर्मा,मुंगेर, तृतीय पुरस्कार तुशांत खुराना,नालंदा ।
समूह लोकनृत्य में प्रथम पुरस्कार सामा चकेवा के लिए पटना को, द्वितीय पुरस्कार पूर्णिया को तृतीय पुरस्कार सहरसा और लखीसराय।
लघु नाटक में प्रथम पुरस्कार बेगूसराय,द्वितीय पुरस्कार लखीसराय, तृतीय पुरस्कार समस्तीपुर।
शास्त्रीय वादन में प्रथम पुरस्कार हर्षित मिश्रा पटना, द्वितीय पुरस्कार आर्यव शंकर पटना, तृतीय पुरस्कार अभिषेक कुमार बक्सर।
समूह लोक गायन में प्रथम पुरस्कार पटना द्वितीय पुरस्कार लखीसराय और समस्तीपुर तृतीय पुरस्कार औरंगाबाद ।
कार्यक्रम के सफल संचालन में जिला पदाधिकारी श्री मिथिलेश मिश्र के साथ अपर समाहर्ता श्री सुधांशु शेखर, उप विकास आयुक्त श्री कुंदन कुमार, वरीय उपसमाहर्ता श्री शशि कुमार, श्री शशांक कुमार, श्री राहुल कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री विनोद प्रसाद, जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री यदुवंश राम, भूमि सुधार उपसमाहर्ता श्रीमती सितु शर्मा, जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी एवं अन्य जिला एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी ने पूरी तत्परता से साथ दिया।