स्टेट डेस्क/पटना: बुद्ध मूर्ति अनशन स्थल पर पहुंचे भाकपा-माले के पूर्व सांसद रामेश्वर प्रसाद ने विस्थापित मांझी समुदाय के स्थायी पुनर्वास तक संघर्ष जारी रखने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि पटना नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी ने पुनर्वास होने तक उजाड़ने पर रोक लगाने का आश्वासन दिया है, जिसके बाद अनशन समाप्त किया गया। माले विधायक गोपाल रविदास सहित अनशनकारियों को जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया गया।

सभा को संबोधित करते हुए रामेश्वर प्रसाद और ऐपवा महासचिव मीना तिवारी ने कहा कि बुद्ध मूर्ति के पास तीन दशक से बसे गरीब मांझी समुदाय को सरकार ने अब तक पुनर्वास नहीं दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार स्मार्ट सिटी के नाम पर गरीबों को उजाड़ने में लगी है। उन्होंने 2 मार्च को गांधी मैदान में आयोजित “बदलो बिहार महाजुटान” में अधिक से अधिक संख्या में जुटने का आह्वान किया।
विधायक गोपाल रविदास और महानंद सिंह ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पटना में गरीबों को उजाड़ने की साजिश हो रही है, जबकि भाजपा नेता विजय सिन्हा के लिए आलीशान “शीश महल” बनाया जा रहा है। उन्होंने सरकार से विस्थापित मांझी समुदाय को स्थायी आवास देने की मांग की।
अनशन समाप्ति के बाद सभा को माले के वरिष्ठ नेताओं – सरोज चौबे, अभ्युदय, रणविजय कुमार, अनिता सिन्हा, जितेंद्र कुमार सहित कई अन्य नेताओं ने संबोधित किया। इस अवसर पर विस्थापित समुदाय के दर्जनों लोग और पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे।