-देश बचाने के संकल्प के साथ पूरे राज्य में जनसंपर्क अभियान हुआ तेज
-पटना शहर में हवा हवाई पर झंडे व पोस्टर बांधकर हो रहा प्रचार, शहर को सजाने की हुई शुरूआत
स्टेट डेस्क/ पटना : भाकपा-माले की 15 फरवरी को गांधी मैदान में आहूत लोकतंत्र बचाओ-देश बचाओ रैली में इस बार स्कीम वर्करों की उल्लेखनीय भागीदारी होने वाली है. भाकपा-माले के पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेन्द्र झा ने कहा कि रसोइया, आशाकर्मियों, विश्वविद्यालयों में कार्यरत गेस्ट फैकल्टी, टोला सेवकों, विकास मित्रों, वार्ड में कार्यरत उत्प्रेरकों, सहित अन्य ठेका-मानदेय कर्मियों की गोलबंदी पर विशेष जोर दिया जा रहा है। उम्मीद है कि 15 फरवरी को बड़ी संख्या में यह तबका पटना के गांधी मैदान में पहुंचेगा.
उन्होंने कहा कि भाजपा को राज-समाज से बेदखल करने के केंद्रीय मुद्दे के साथ-साथ इन तबकों के सम्मानजनक मानदेय व स्थायीकरण के सवाल पर जिलों में बैठकें आयोजित हो रही हैं. माले विधायक सत्यदेव राम इस काम में लगे हुए हैं. उनके नेतृत्व में केंद्र सरकार की बहुप्रचारित साक्षरता अभियान के तहत वार्डों में उत्पे्ररकों में भूमिका में लगाए गए वे 17 हजार लोग भी शामिल हैं, जिन्हें सरकार ने अकारण हटा दिया है और आज वे पूरी तरह बेरोजगार हो गए हैं.
आशाकर्मियों को अभी भी सरकार किसी भी प्रकार का मानदेय नहीं देती है जबकि ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था का पूरा दारोमदार उन्हीं के कंधों पर है. रसोइयों को भी मामूली मानदेय मिलता है. बिहार में स्थायीकरण की मांग पर विश्वविद्यालयों में कार्यरत अतिथि शिक्षक भी आंदोलित है. 15 फरवरी की रैली में इन सभी समूहों की भागीदारी होगी.
15 फरवरी की रैली की तैयारी में जिलों में जनसंपर्क अभियान तेज कर दिए गए हैं. हाथों में लाल झंडा और रैली के नारों की तख्तियों के साथ गांव-गांव बैठकें आयोजित हो रही हैं, पदयात्राएं और नुक्कड़ सभाओं का आयोजन हो रहा है. दरभंगा, गया, वैशाली, भोजपुर, सिवान, मधुबनी, नालंदा आदि तमाम जिलों में सघन प्रचार अभियान चल रहा है.
राजधानी पटना में भी प्रचार अभियान तेज हो गया है. शहर में सैकड़ो ई रिक्शा पर झंडा और बैनर लगाकर कई जत्थे प्रचार में उतर पड़े हैं. इसका नेतृत्व ई रिक्शा चालक और पार्टी नेता राजदेव पासवान, अरविंद कुमार आदि कर रहे हैं. राजधानी पटना में 15 फरवरी की रैली और 11 वें महाधिवेशन के सजावट का काम भी शुरू हो गया है. लाल झंडे और तख्तियां बांधने का काम शुरू हो गया है. शहर के विभिन्न चैराहों पर होर्डिंग व गेट बनाए जा रहे हैं.