फुलवारीशरीफ में दो दलित बच्चियों के साथ बलात्कार और एक की हत्या के मामले में सरकार के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश

पटना

बिहार महिला समाज ने सरकार से पीड़िताओं को न्याय देने की मांग की।

स्टेट डेस्क/पटना: बिहार महिला समाज की टीम ने फुलवारी शरीफ में दो दलित नाबालिग बच्चियों के साथ हुए सामूहिक बलात्कार के मामले में पीड़िताओं के परिजनों और फुलवारी थाना प्रभारी से मिलकर पूरे मामले की जानकारी ली। जांच दल में बिहार महिला समाज की कार्यकारी अध्यक्ष निवेदिता झा, अनिता मिश्रा , कृष्ण देवी, रिंकू कुमारी शामिल थी। बिहार महिला समाज की कार्यकारी अध्यक्ष निवेदिता झा ने कहा कि नाबालिग दलित बच्चियों के साथ हुए सामूहिक बलात्कार की घटना के लिए सीधे तौर पर ये सरकार जिम्मेदार है।

बिहार में महिलाएं असुरक्षित हैं। पुलिस का रवैया संवेदनहीन है। जांच दल ने बताया की पिछले 5 घंटे से लोग लगातार सड़क पर जमे हुए हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। दलित बच्ची की दादी देवयंती देवी ने बताया कि उनकी पोती की हालत बहुत गंभीर है। पुलिस अभी किसी को मिलने नहीं दे रही है। दूसरी बच्ची की लाश का पोस्टमार्टम हो गया है। पर, अभी तक परिजनों को लाश सौंपा नहीं गया है।

पूरा गांव सड़क पर है और लाश सौपे जाने की मांग कर रहे हैं। एएसपी विक्रम सिंह ने कहा कि इस मामले की जांच अभी तक शुरू नहीं हो पाई है। अभी तक इस मामले में किसी को नामजद अभियुक्त नहीं बनाया गया है। 24 घंटे के अंदर अगर बलात्कारी गिरफ्तार नहीं हुआ तो हमारा संगठन शहर का चक्का जाम कर देगा। जांच दल ने बताया कि दोनों बच्चियों की उम्र 8 से दस वर्ष है।

ये बच्चियां जलावन लेने गई थी। बहुत देर तक नहीं लौटी तो खोज शुरू हुई। 9 की सुबह एक बच्ची की लाश एक खाली प्लॉट में मिली। दूसरी बच्ची खून से लथपथ पड़ी थी। जो अस्पताल में मौत से जूझ रही है। संगठन ने इस मामले की जांच, बलात्कारियों गिरफ्तारी और फास्ट ट्रेक कोर्ट के तहत सजा दिलाने की मांग की है। दोनों बच्चों के परिजनों को 50 लाख की राशि देने , मौत से जूझ रही दूसरी बच्ची का सरकारी खर्च पर समुचित इलाज की मांग की है।

जांच दल ने बताया कि फुलवारी थाना के पास लगातार बच्ची के गांव के लोग जुटे हुए हैं और बलात्कारियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। बिहार महिला समाज दलित बच्चियों के परिवार के साथ लगातार संपर्क में है और उनके आंदोलन में साथ है।