स्टेट डेस्क/पटना : तो उपेन्द्र कुशवाहा असली मुद्दे पर आ गये हैं! जो बात वह नीतीश कुमार के मुंह से सुनना चाह रहे थे। वह बात आज उन्होंने खुद कह दी! उन्होंने कहा, उनको तेजस्वी यादव पसंद नहीं हैं। नीतीश कुमार किसी साधारण कार्यकर्ता को जिम्मेदारी सौंप दें, लेकिन बिहार की जनता तेजस्वी यादव का नेतृत्व स्वीकार नहीं करेगी।
उपेन्द्र कुशवाहा ने मीडिया से बातचीत में कहा, मेरी कोई ख्वाहिश नहीं है। मुझे संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष या जेडीय का राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बनना है। मैं तो साधारण कार्यकर्ता के रूप में पार्टी में रहना चाहता हूं। पांच रुपया वाला साधारण मेंबर रह कर पार्टी की सेवा करना चाहता हूं। मैं पार्टी को बचाना चाहता हूं। मैं तो इंतजार कर रहा हूं मुख्यमंत्री के बुलावे का। मुख्यमंत्री मुझे बुलायें तो उनको बताऊंगा, पार्टी कैसी कमजोर हो रही है। कौन लोग पार्टी को कमजोर कर रहे हैं।
तेजस्वी के नेतृत्व को लेकर उपेन्द्र कुशवाहा की टिप्पणी पर राजद के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा, उपेन्द्र कुशवाहा दूसरे की लिखी स्क्रिप्ट पढ़ रहे हैं। सबको पता है कि उपेन्द्र कुशवाहा एक बार नहीं बल्कि कई दफे नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव का नेतृत्व स्वीकार कर चुके हैं। कौन बिहार का नेतृत्व करेगा,यह बिहार की जनता तय करेगी। यह तय करने का अधिकार उपेन्द्र कुशवाहा को नहीं है।