बीपी डेस्क। बिहार में कैबिनेट विस्तार के बाद से विपक्ष लगातार सरकार पर निशाना साध रहा है। वहीं जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बीजेपी नेता सुशील मोदी से पूछा है कि केंद्र सरकार जिन विश्वविद्यालयों को संचालित कर रही है, उनमें कितने कुलपति और प्रोफेसर अतिपिछड़ा, पिछड़ा, अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अल्पसंख्यक समाज से हैं?
उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर कहा है, सुशील मोदी जी, आप बताइये कि भारत सरकार द्वारा संचालित विश्वविद्यालयों में कितने वाइस चांसलर और प्रोफेसर अतिपिछड़ा, पिछड़ा, अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अल्पसंख्यक समाज से हैं? उन्होंने आगे कहा, कृपया लगे हाथ यह भी बता ही दीजिए कि भारत सरकार द्वारा की गई कोलेटरल बहाली में कितने अधिकारी अतिपिछड़ा, पिछड़ा, अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अल्पसंख्यक समाज से हैं ? हो सके तो आज यह भी बता ही डालिए कि सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में कितने जज किस-किस वर्ग के हैं ?
बता दें कि कैबिनेट विस्तार के बाद बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि कैबिनेट के लगभग सभी मंत्री आपराधिक छवि से जुड़े हुए हैं। इनमें कई मंत्रियों का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। उन्होंने ये भी कहा था, बिहार में जब हमारी सरकार थी तो हमनें अतिपिछड़ा समाज से रेनू देवी को डिप्टी सीएम बनाया था तो वहीं दूसरा डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद को बनाया गया था, लेकिन नई सरकार में किसी भी दलित या अतिपिछड़ा को डिप्टी सीएम नहीं बनाया गया है।