मुजफ्फरपुर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यक्रम से क्यों दूर रहे राजद के विधायक और पार्टी पदाधिकारी!

पटना

हेमंत कुमार/स्टेट डेस्क : मुजफ्फरपुर के मोतीपुर प्रखंड के मुरारपुर में एथनॉल फैक्टरी के उद्घाटन समारोह से राजद ने दूरी बना कर रखी। बरूराज से राजद के पूर्व विधायक नंदकुमार राय को छोड़कर राजद का कोई विधायक या पदाधिकारी समारोह में नहीं गया! जबकि मुख्य समारोह मंच पर लगे बैनर में विशिष्ट अतिथि के तौर पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का नाम तस्वीर के साथ लिखा था। कमोबेश भाजपा नेताओं ने भी इस समारोह से दूरी बनाये रखी। हालांकि भाजपा के दो‌ विधायक अरुण सिंह और राजू सिंह मंच पर मौजूद थे। अरुण स्थानीय विधायक हैं जबकि राजू पड़ोसी क्षेत्र साहेबगंज के विधायक हैं। हां, बिहार के पूर्व उद्योग मंत्री और सीनियर भाजपा नेता सैयद शाहनवाज हुसैन की मौजूदगी चर्चा में रही!

जेडीयू एमएलसी दिनेश सिंह और वैशाली से लोजपा सांसद वीणा देवी की सुपुत्री कोमल सिंह और सुपुत्र शुभम सिंह के स्वामित्व वाली इस एथनॉल फैक्टरी का उद्घाटन गुरुवार, 6 अप्रैल को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। भारत ऊर्जा डिस्टलरीज प्राइवेट लिमिटेड की 152 करोड़ की लागत वाली यह एथनॉल फैक्टरी 23 एकड़ में फैली है। संयोगवश कंपनी की निदेशक कोमल और शुभम की मां वीणा देवी एनडीए गठबंधन के घटक दल पशुपति पारस के नेतृत्व वाली लोजपा की सांसद हैं। जबकि पिता दिनेश सिंह महागठबंधन के घटक दल जेडीयू के एम एल सी हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि इस गैर-राजनीतिक आयोजन में दोनों गठबंधनों के बड़े नेता मंच पर दिखेंगे। लेकिन ऐसा दिखा नहीं!

राजद के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को नहीं आना था। फिर भी उनके नाम का प्रचार किया गया। उनका नाम बैनर पर लिखा गया। उनकी तस्वीर लगाई गयी। यह दुखद है। मुख्यमंत्री फैक्टरी का उद्घाटन करने आ रहे थे। वह महागठबंधन के नेता और मुख्यमंत्री हैं,ऐसी स्थिति में महागठबंधन का घटक दल होने के नाते राजद के विधायक और पदाधिकारियों को उस कार्यक्रम में जाने में खुशी होती। लेकिन तेजस्वी यादव के आने का झूठा प्रचार करना अनुचित था। इस वजह से हमारे दल के लोगों ने इस कार्यक्रम से दूरी बना ली। कांटी से राजद के विधायक और नीतीश सरकार में मंत्री इसरायल मंसूरी आज पार्टी की एक बैठक के सिलसिले में पटना में थे। मीनापुर से राजद विधायक मुन्ना यादव और गायघाट से राजद विधायक निरंजन राय कार्यक्रम में नहीं गये। पार्टी के जिला अध्यक्ष रमेश गुप्ता भी अनुपस्थित रहे। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मुकुल नजर आये। लेकिन कांग्रेस से नगर विधायक विजेंद्र चौधरी भी नहीं दिखे।

विजय चौधरी ने कहा-भगवान करें, बिहार का हर व्यक्ति दिनेश सिंह जैसा गरीब हो!

फैक्टरी के उद्घाटन समारोह में एमएलसी दिनेश सिंह ने जब अपनी गरीबी की कहानी सुनाई तो वित्त मंत्री विजय चौधरी ने चुटकी ली! कहा कि भगवान करें, बिहार का हर व्यक्ति दिनेश सिंह जैसा गरीब हो। दरअसल दिनेश सिंह जब स्वागत भाषण करने आये तो उन्होंने अपनी गरीबी की चर्चा छेड़ दी। उन्होंने कहा, विधानपरिषद के सभापति देवेशचंद्र ठाकुर मेरे मित्र हैं। वे कहते रहते हैं कि आप तो संपत्ति वाले व्यक्ति हैं! हकीकत तो यह है कि मैं पारू प्रखंड के एक गांव के एक गरीब किसान के घर में पैदा हुआ।

मेरे पिता बेहद गरीब थे। किसानी ही रोजी-रोटी का जरिया थी। मैं 1974 के जेपी आंदोलन में जेल गया। भागलपुर और मुजफ्फरपुर की जेलों में रहा। 1978 में अपनी पंचायत का सबसे युवा सरपंच चुना गया। मैंने गरीबी के बीच से तरक्की की राह बनाई है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में जब बिहार में बदलाव की शुरुआत हुई तो हमने लंदन में पढाई कर रहे अपने अपने बेटे से कहा,तुमलोग बिहार में ही कुछ करो! बेटी और बेटे ने झिझकते हुए मेरी बात मानी।

लेकिन इन दोनों ने भी माना कि बिहार बदल गया है! लोग बिहार में लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठाते हैं। अगर लॉ एंड आर्डर ठीक नहीं है तो एक साल में यह कंपनी कैसे खड़ी हो गयी! सिंह ने अपनी राजनीतिक लोकप्रियता की भी चर्चा की। कहा, मेरे चुनाव में कोई दलीय नहीं रहता है। सब दलीय सीमा तोड़कर हमारे साथ हैं जाते हैं!