पटना समेत उत्तर बिहार में सर्दी का सितम जारी, बिहार में सेकंड कोल्ड वेब की चेतावनी, बारिश के भी मिले आसार

पटना

-मकर संक्रांति के बाद भी कराके की ठंड पड़ने के आसार
-दिन में धूप निकलने के बावजूद पछुआ हवा के जोर से कांपते रहे लोग
-बांका जिला में सबसे नीचे 2 डिग्री तक गिरा पारा

पटना/ फुलवारी शरीफ,अजीत। बिहार के अधिकांश हिस्से भीषण ठंड और घने कोहरे की चपेट में है। पटना और आसपास के क्षेत्रों में सुबह से ही घना कोहरा छाया हुआ है। ठंड के चलते हृदय और मस्तिष्क संबंधित रोगियों की संख्या अस्पतालों में बढ़ी है। जोधपुर बिहार में सेकंड कोल्ड वेब की आशंका भरी चेतावनी मौसम विभाग जता रहा है। ऐसे में ठंड से लोगों को राहत का इंतजार लंबा खींच सकता है। पटना समेत कड़ाके की सर्दी के बीच कही कहीं बारिश के भी आशंका जाहिर की गई है। बिहार में प्रचंड ठंड का दौर जारी है। राज्य के कमोवेश सभी इलाकों में लोग कनकनी से ठिठुर रहे हैं। पशुओं के साथ इंसान भी घरों में दुबके हुए हैं। शाम होते ही सड़कें सुनसान हो जा रही हैं। दुकानें बंद, बाजार बंद और भीड़-भाड़ बिल्कुल कम। वातावरण में कनकनी इतनी ज्यादा है कि कोई भी अंग थोड़ा सा बाहर रहने पर उसने ठंड से होने वाली गलन शुरू हो जाती है।

पटना और गया के बाद भागलपुर के बांका में भी ठंड का प्रकोप ज्यादा है। मौसम विभाग के मुताबिक मकर संक्राति तक मौसम में कोई परिवर्तन आने की उम्मीद नहीं है। ठंड का प्रकोप इसी तरह जारी रहेगा। मौसम विभाग के विशेषज्ञ आनंद शंकर ने मीडिया से बातचीत में बताया कि अगले 48 घंटों तक लोगों को प्रचंड ठंड से थोड़ी सी भी राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। उन्होंने बताया कि ये स्थिति अगले पांच से छह दिनों तक बरकरार रह सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक मकर संक्राति के बाद मौसम में बदलाव होता है और धूप निकलने के साथ थोड़ी राहत मिलती है। लेकिन 14 जनवरी के ठीक बाद 15 जनवरी से सर्दी की सेकेंड वेव आने का अनुमान है। सेकेंड वेव में भी ठंडी हवा परेशान करेगी। लोगों को प्रचंड ठंड का एहसास होगा। मौसम विभाग के मुताबिक राजधानी पटना सहित बिहार के अन्य इलाकों में प्रदूषण की वजह से भी ठंड का प्रभाव ज्यादा दिख रहा है।

मौसम वैज्ञानिक आशीष कुमार ने मीडिया से बातचीत में साफ किया है कि पूरे जनवरी ठंड की स्थिति बनी रहेगी। वैज्ञानिक मानते हैं कि कम वर्षा होने की वजह से कोहरे की स्थिति ज्यादा बन रही है। पहाड़ी इलाकों में चल रही बर्फीली हवा की वजह से मैदानी इलाकों वाले राज्यों में न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। कहा जा रहा है कि प्रदेश में 65 सालों के ठंड का रिकॉर्ड टूट गया है। अभी हाल-फिलहाल लोगों को ठंड से कोई राहत नहीं दिख रही है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश का मौसम सर्द हवाओं के बीच शुष्क बना रहा। पटना भागलपुर अररिया कटिहार पूर्णिया और अन्य आसपास के जिलों में घना कोहरा देखा गया। इसके अलावा बिहार के अन्य सभी जिलों में मध्यम से घना कोहरा छाया रहा।

प्रदेश का सबसे कम न्यूनतम तापमान बांका में 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि अधिकतम तापमान गया और औरंगाबाद जिला में दर्ज किया गया। राज्य में पटना में गुरुवार को न्यूनतम तापमान 7.3 गया में 4.5 दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक बिहार में गुरुवार को सबसे ज्यादा ठंडा बांका और गया में रहा। इसके अलावा अन्य तमाम जिलों में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया जबकि अधिकतम तापमान 15 से 18 और 20 डिग्री तक दर्ज किया गया है। मुजफ्फरपुर छपरा मोतिहारी समेत आसपास के अन्य जिलों में कोल्ड डे रहा। औसत अधिकतम तापमान 14 से 16 डिग्री सेल्सियस रहा। अगले 5 दिनों तक बिहार के तमाम जिलों में मौसम में कोई खास तब्दीली होने के आसार नहीं नजर आ रहे हैं और मौसम इसी तरह सर्द बना रहेगा। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 5 दिनों तक लोगों को ठंड से कोई राहत नहीं मिलने वाली है।

बिहार में राजधानी पटना सहित सूबे के अन्य जिलों में सर्दी का सितम जारी है। बर्फीली हवा के साथ कनकनी से लोग परेशान हैं। खासकर गरीब तबके के दैनिक मजदूरों का हाल बुरा है। अप्रशिक्षित मजदूरों के लिए सरकार और प्रशासन की ओर से ठंड से बचने के कोई उपाय नहीं किये गये हैं।मौसम विभाग लगातार लोगों को सचेत रहने की चेतावनी जारी कर रहा है।बिहार में कड़ाके की ठंड से लोगों को हल्की राहत मिली है। पछुआ के प्रवाह की दिशा और दशा में आंशिक बदलाव से पटना समेत दक्षिण बिहार के कई जिलों में शीतलहर का असर कम हुआ। मगर उत्तर बिहार के अधिकतर जिलों में लोगों को राहत नहीं मिल पाई है।

मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अभी उत्तर बिहार के अधिकतर शहरों में एक-दो दिन भीषण ठंड और कोहरे की स्थिति बनी रहेगी। 15 जनवरी से दक्षिण बिहार में फिर से ठंडी हवाओं का प्रवाह बढ़ेगा। अभी कुछ जिलों को छोड़ दें तो राज्य के अधिकतर शहरों का न्यूनतम तापमान आठ डिग्री के आसपास है। मौसम विभाग के निदेशक विवेक सिन्हा ने कहा कि अभी चल रही हवाएं सर्द होने के बावजूद पहले की अपेक्षा थोड़ी गर्म हैं। इनमें बर्फीला प्रभाव थोड़ा कम है। 15 जनवरी और उसके बाद तापमान में फिर से दो तीन डिग्री तक की गिरावट दर्ज की जाएगी।