पटना, अशोक “अश्क” बिहार में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देने के लिए दो महत्वपूर्ण रेलवे परियोजनाओं पर जल्द ही काम शुरू होने जा रहा है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात के बाद जानकारी दी कि सुल्तानगंज-देवघर और बिहटा-औरंगाबाद रेलवे लाइन के निर्माण पर कुल 730.59 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

इन दोनों परियोजनाओं से राज्य के लोगों को बेहतर रेल संपर्क और यात्रा सुविधा मिलेगी। बिहटा-औरंगाबाद रेलवे लाइन की परियोजना का एक हिस्सा अनुग्रह नारायण रोड से औरंगाबाद के बीच नई रेल लाइन बिछाने का कार्य भी है, जिसकी लंबाई 12.90 किलोमीटर होगी। इसके लिए 440.59 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की जा चुकी है।
इस परियोजना के पूरा होने के बाद पटना और औरंगाबाद के बीच यात्रा का समय मात्र डेढ़ से दो घंटे रह जाएगा। इस रेल मार्ग पर 14 नए रेलवे स्टेशन प्रस्तावित हैं, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और क्षेत्र का विकास भी होगा। सुल्तानगंज-देवघर रेलवे लाइन का निर्माण 290 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा।
यह 78.08 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन होगी, जो खासतौर पर श्रावणी मेले के दौरान श्रद्धालुओं के लिए बड़ी राहत लेकर आएगी। इस परियोजना के तहत सुल्तानगंज, असरगंज, तारापुर, बेलहर और देवघर के लोग सीधे रेल नेटवर्क से जुड़ जाएंगे।
इससे देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम जाने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा और आसान होगी। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार रेल नेटवर्क के विस्तार के लिए लगातार प्रयासरत है। उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ बैठक में अन्य रेलवे परियोजनाओं पर भी चर्चा की।
सरकार का उद्देश्य प्रदेश के विभिन्न जिलों को बेहतर रेल कनेक्टिविटी से जोड़ना है, जिससे यात्रा सुगम हो और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिले। राज्य के लोगों को उम्मीद है कि ये दोनों रेलवे परियोजनाएं जल्द ही मूर्त रूप लेंगी और बिहार के परिवहन ढांचे को और मजबूत करेंगी।