दाम बांधो, काम दो-वरना गद्दी छोड़ दो : वामदल

बिहार

महंगाई, बेरोजगारी व बुलडोजर राज के खिलाफ वामदलों का जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन आयोजित
प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम जिलाधिकारी को सौंपा गया मांग-पत्र

मुजफ्फरपुर/ब्रह्मानन्द ठाकुर। महंगाई, बेरोजगारी व बुलडोजर राज के खिलाफ वामदलों के देशव्यापी अभियान के तहत भाकपा-माले, सीपीआई, सीपीएम ने संयुक्त रूप से आज जिलाधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान दाम बांधो काम दो-वरना गद्दी छोड़ दो, रोको महंगी बांधो दाम -नहीं तो होगा चक्का जाम, बुलडोजर राज नहीं चलेगा जैसे नारे लगाए गये।

प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम जिलाधिकारी को दस सूत्री मांग-पत्र भी प्रस्तुत कर पेट्रोल, डीजल,रसोई गैस सहित अन्य पेट्रोलियम उत्पादों पर से सभी टैक्स वापस लेने, बेतहाशा बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी पर रोक लगाने, सभी रिक्त पदों को भरने व बेरोजगारी भत्ता के लिए कानून बनाने, राशन कार्ड सूची से गरीबों के नाम काटने पर रोक लगाने, शहरी क्षेत्रों के लिए रोजगार गारंटी कानून बनाने, अतिक्रमण के नाम पर गरीबों व अल्पसंख्यकों के घरों पर बुलडोजर चलाना बंद करने तथा सभी उपभोक्ताओं को 200 यूनिट बिजली मुफ्त देने की मांग की गई।

प्रदर्शन के दौरान समाहरणालय परिसर में आयोजित सभा की अध्यक्षता माले नेता रामनंदन पासवान, सीपीआई नेता चंदेश्वर चौधरी व सीपीएम के जिला सचिव अब्दुल गफ्फार ने की। सभा को माले नेता प्रो.अरविंद कुमार डे, सूरज कुमार सिंह, शत्रुघ्न सहनी, आफताब आलम, सीपीआई नेता व पूर्व विधायक जनकधारी प्रसाद कुशवाहा, रामकिशोर झा, अजय कुमार सिंह, सीपीएम नेता मदन प्रसाद, नमिता सिंह, दिनेश कुमार सहित महिला नेत्री शारदा देवी, रानी प्रसाद, शर्मिला देवी, ट्रेडयूनियन नेता मनोज कुमार यादव, शंभू शरण ठाकुर,परशुराम पाठक सहित रामबालक सहनी, रामबली मेहता, होरिल राय, विन्देश्वर साह, विमलेश मिश्र, रामविलास राय,मोहम्मद इस्लाम, सुरेश यादव, अधिवक्ता अशोक कुमार सिंह, दिनेश भक्त व अन्य ने संबोधित किया। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं।

सभा को संबोधित करते हुए वाम नेताओं ने कहा कि जब देश आजादी का 75वां साल मना रहा है आमलोग बेलगाम महंगाई व बेरोजगारी से त्रस्त हैं। अभूतपूर्व स्तर तक बढ़ी महंगाई और बेरोजगारी के कारण गरीबी तेजी से बढ़ी है। जीना दूभर हो गया है।

आगे उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष के दौरान पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में 70प्रतिशत,खाना पकाने के तेल में 23प्रतिशत और अनाज की कीमतों में 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। करोड़ों भारतीयों के मुख्य भोजन गेहूं की कीमत में 14प्रतिशत से अधिक की वृद्धि देखी जा रही है। बिजली बिल पहले की तुलना में कई गुणा बढ़ा है। बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का खर्च कोरोना महामारी के बाद और बढ़ गया है। आमलोगों की आमदनी लगातार घट रही है और महंगाई लगातार बढ़ रही है। लेकिन पटना-दिल्ली की सरकार बेपरवाह बनी हुई है।

मोदी सरकार जनता के दु:ख-दर्द के प्रति कहीं से गंभीर नहीं दिख रही है। स्मार्ट सिटी, सौन्दर्यीकरण तथा अतिक्रमण के नाम पर गरीबों की बस्तियों पर बुलडोजर चलाने में जुटी हुई है। देश को कॉरपोरेट कंपनी और सांप्रदायिक फासीवादी ताकतों के हवाले किया जा रहा है जो लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। उन्होंने कहा कि देश की जनता बुलडोजर राज और कंपनी राज के खिलाफ लोकतांत्रिक राज और रोजी-रोटी के लिए शहर से गांव तक लड़ाई और तेज करेगी।

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